नई दिल्ली/नोएडा: दिल्ली-एनसीआर में गांजे की आपूर्ति करने वाले इंजीनियरिंग के दो छात्रों सहित तीन तस्करों को सेक्टर-24 पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया. तस्करों के पास से 24 किलो 500 ग्राम गांजा बरामद किया गया, जिसकी कीमत बाजार में तीन लाख रुपये के करीब है. गिरफ्तार किए गए तस्करों के आपराधिक इतिहास पता लगाया जा रहा है.
एडीसीपी मनीष कुमार मिश्रा ने बताया कि बीते दिनों शहर के पीजी और कॉलेजों के आसपास गांजे की आपूर्ति करने वाले गिरोह के बारे में अहम जानकारी मिली थी. इसी क्रम में सोमवार को तीन गांजा तस्कर दबोचे गए. तस्करों की पहचान बिहार के गोपालगंज निवासी अपूर्व राज पांडेय, वैशाली निवासी ऋषिराज कुमार और हाथरस निवासी आयुष गुप्ता के रूप में हुई. तीनों वर्तमान में नोएडा के अलग-अलग हिस्से में किराये पर रहते हैं. अपूर्व राज पांडेय और ऋषिराज ने गुजरात की एक यूनिवर्सिटी से बीटेक किया है. वहीं एक अन्य तस्कर आयुष 12वीं पास है.
बीटेक पास तस्कर ही स्कूल, कॉलेज और पीजी में रहने वाले छात्रों से संपर्क करके उनको गांजा सप्लाई करते थे. तीनों को पुलिस ने शिवम मार्केट के पास से गिरफ्तार किया. पूछताछ में तीनों ने बताया कि वे उड़ीसा व बिहार से भारी मात्रा में बैग व अटैची में गांजा भरकर और उसके ऊपर कपडे़ रखकर दिल्ली, नोएडा, एनसीआर क्षेत्र में लाते हैं. इसके बाद डिमांड के आधार पर पीजी और कॉलेज के बाहर छात्रों और अन्य लोगों को यह बेचा जाता है. यह काम व्हाट्सऐप के जरिए होता है, जिसके लिए ग्रुप बने हैं.
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उन्होंने बताया कि वे खुद भी नशा करते हैं. वह यूनिवर्सिटी के आसपास घूम कर छात्रों से दोस्ती करते हैं. इसके बाद उनकी मदद से पीजी और हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने वाले छात्रों को गांजा बेचते हैं. बता दें, बीते दिनों नोएडा में मात्रा में गांजे की खेप पकड़ी गई थी. वहीं, इस गिरोह के बारे में पुलिस को जानकारी मिली थी. पहले आरोपी हैदराबाद की यूनिवर्सिटी के छात्रों को टारगेट करके गांजा सप्लाई करते थे. वहां की पुलिस ने पकड़कर आरोपियों को जेल में डाल दिया था. आरोपी जेल से छूटने के बाद दिल्ली एनसीआर में गांजे की सप्लाई करने लगे.
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