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इस बार सावन पर दुर्लभ संयोग, शुरुआत व समापन दोनों ही सोमवार से, सर्वार्थ सिद्धि योग से शुरू होगा पवित्र माह - Savan with Sarvarth Siddhi Yoga

सावन माह इस बार सर्वार्थ​ सिद्धि योग में प्रारंभ हो रहा है. साथ ही इस माह का आगाज और समापन भी सोमवार के दिन से ही हो रहे हैं. पंडितों के अनुसार इस बार दोनों ही अच्छे संयोग होने से श्रावण मास का महत्व बढ़ गया है.

Savan with Sarvarth Siddhi Yoga
इस बार सावन की शुरुआत व समापन दोनों ही सोमवार से, (PHOTO ETV Bharat Bhilwara)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jul 18, 2024, 1:45 PM IST

इस बार सावन की शुरुआत व समापन दोनों ही सोमवार से (Video ETV Bharat Bhilwara)

भीलवाड़ा: इस बार पवित्र सावन माह की शुरुआत सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ सोमवार से होगी. खास बात यह है कि सावन माह की शुरूआत और समापन दोनों ही सोमवार को है. ऐसे में सावन माह का विशेष महत्व हो गया है. इस बार सावन में पांच सोमवार हैं.

श्रावण माह में भगवान भोलेनाथ की पूजा का विशेष महत्व है. भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर श्रद्धालु परिवार में सुख, शांति व समृद्धि की कामना करते हैं. श्रावण माह में पूजा को लेकर भीलवाड़ा के पंडित अशोक व्यास का कहना है कि इस बार श्रावण माह का विशेष महत्व है, क्योंकि श्रावण की शुरुआत व समापन सोमवार से हो रहा है. इस बार 22 जुलाई से श्रावण मास की शुरुआत हो रही है. उस दिन सोमवार है, वहीं 19 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन श्रावण माह की पूर्णाहुति होगी. उस दिन भी सोमवार है.

पढ़ें: भीलवाड़ा के इस मंदिर में करें 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन, 5 फीट ऊंचे शिवलिंग में बसे हैं सभी स्वरूप

इस बार श्रावण माह में पांच सोमवार है. श्रावण माह में भगवान शिव की पूजा करने से विशेष आराधना का फल मिलता है. उन्होंने कहा कि कुंवारी कन्याएं 16 सोमवार के व्रत की शुरुआत भी श्रावण मास से करती है. श्रावण में भगवान शंकर के अनेक प्रकार से अभिषेक होता है. कोई साधारण तो कोई भक्त नमक- चमक , लघु रूद्र , अतिरूद्र व महारुद्र अभिषेक करते हैं. भगवान शंकर को प्रसन्न करने का श्रेष्ठ महा श्रावण है. भगवान शंकर की श्रावण में मंत्रौपचार या षौडषोपचार पूजा करनी चाहिए.श्रावण माह में कई भक्त शिवलिंग पर दूध, पंचामृत, गंगाजल, शहद, शक्कर, गन्ने का रस, घी व कई अन्य प्रकार से अभिषेक करते हैं. इससे उनकी मनोकामना पूरी होती है.

इस बार सावन की शुरुआत व समापन दोनों ही सोमवार से (Video ETV Bharat Bhilwara)

भीलवाड़ा: इस बार पवित्र सावन माह की शुरुआत सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ सोमवार से होगी. खास बात यह है कि सावन माह की शुरूआत और समापन दोनों ही सोमवार को है. ऐसे में सावन माह का विशेष महत्व हो गया है. इस बार सावन में पांच सोमवार हैं.

श्रावण माह में भगवान भोलेनाथ की पूजा का विशेष महत्व है. भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर श्रद्धालु परिवार में सुख, शांति व समृद्धि की कामना करते हैं. श्रावण माह में पूजा को लेकर भीलवाड़ा के पंडित अशोक व्यास का कहना है कि इस बार श्रावण माह का विशेष महत्व है, क्योंकि श्रावण की शुरुआत व समापन सोमवार से हो रहा है. इस बार 22 जुलाई से श्रावण मास की शुरुआत हो रही है. उस दिन सोमवार है, वहीं 19 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन श्रावण माह की पूर्णाहुति होगी. उस दिन भी सोमवार है.

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इस बार श्रावण माह में पांच सोमवार है. श्रावण माह में भगवान शिव की पूजा करने से विशेष आराधना का फल मिलता है. उन्होंने कहा कि कुंवारी कन्याएं 16 सोमवार के व्रत की शुरुआत भी श्रावण मास से करती है. श्रावण में भगवान शंकर के अनेक प्रकार से अभिषेक होता है. कोई साधारण तो कोई भक्त नमक- चमक , लघु रूद्र , अतिरूद्र व महारुद्र अभिषेक करते हैं. भगवान शंकर को प्रसन्न करने का श्रेष्ठ महा श्रावण है. भगवान शंकर की श्रावण में मंत्रौपचार या षौडषोपचार पूजा करनी चाहिए.श्रावण माह में कई भक्त शिवलिंग पर दूध, पंचामृत, गंगाजल, शहद, शक्कर, गन्ने का रस, घी व कई अन्य प्रकार से अभिषेक करते हैं. इससे उनकी मनोकामना पूरी होती है.

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