सरगुजा: शुक्रवार को नागपंचमी के अवसर पर सरगुजा में दंगल का आयोजन किया गया. मल्टीपरपज स्कूल के ग्राउंड में स्थित अखाड़े में जिले के सभी पहलवान इकट्ठे हुए और दंगल में हाथ आजमाया. बच्चे, युवा सहित कई लोग कुश्ती देखने पहुंचे. ETV भारत भी दंगल देखने पहुंचा. वहां सरगुजा कुश्ती संघ के अध्यक्ष विकास पांडेय से बात की और पहलवान बनने का सपना देखने वाले बच्चों और युवाओं को कैसी डाइट लेनी चाहिए, इसके बारे में पूछा.
बादाम, किशमिश, छुहारा पीसकर दूध में मिलाकर पिएं: सरगुजा कुश्ती संघ के अध्यक्ष विकास पांडेय ने बताया " कुश्ती में दांव पेंच के साथ शरीरिक मजबूती बहुत जरूरी है. आज कुश्ती में पहलवान तकनीक का इस्तेमाल करते है लेकिन वो अपने खान पान का विशेष ध्यान रखते हैं. पहलवान दूध, मक्खन, घी के साथ बादाम, किशमिश, छुहारा को बारीक पीसकर दूध के साथ हर रोज लेते हैं. ये पिसा हुआ पाउडर इतना बारीक होना चाहिए कि इसके एक एक दाना शरीर को लगना चाहिए."
चना, मूंग और मूंगफली भिगाकर या अंकुरित कर जरूर खाएं: विकास पांडेय ने बताया "पहलवान बनने या उनकी जैसी बॉडी बनाने वालों को तड़के सुबह से ही उठकर एक्सरसाइज करनी चाहिये. 4-5 घंटे अखाड़े में प्रेक्टिस के बाद तुरंत कुछ भी खाना पीना नहीं चाहिए. शरीर को पहले ठंडा होने दें फिर अपनी डाइट लें. इसके अलावा चना, मूंग और मूंगफली जैसे अंकुरित अनाज से भी बॉडी काफी मजबूत बनती है. सामान्य तौर पर पहलवान सब्जी-भाजी व सामान्य भोजन लेने के अलावा प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और कैल्शियम की मात्रा ज्यादा मिलने वाला खाना भी हर रोज लेते हैं. ताकि इससे उनकी हड्डियां और मांस पेशियां मजबूत रहे और वो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर सके."
नो जंक फूड सिर्फ नेचुरल फूड: विकास बताते हैं "बाहरी खाना, जंक फूड, कोल्ड ड्रिंक्स पहलवान कभी नहीं लेते. सामान्य रूप से किसी को भी जंक फूड और इस तरह के बाहरी खाने पीने की चीजों से दूर ही रहना चाहिए. प्राकृतिक रूप में प्राप्त नेचुरल फूड का ही सेवन हर किसी को करना चाहिये. हमारे कई ऐसे पहलवान है जो शाकाहारी है और सिर्फ शाकाहार खाकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल रहे हैं."