रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में प्रचंड जीत के बाद बनी हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार कल मंत्रिमंडल विस्तार के बाद आकार लेने जा रही है. झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस, राजद और भाकपा माले के गठबंधन से राज्य में बनने वाली इंडिया ब्लॉक की सरकार के मंत्रिमंडल में भाकपा माले ने शामिल नहीं होने का फैसला किया है. ऐसे में अब झामुमो, कांग्रेस और राजद के किन नवनिर्वाचित विधायकों को टीम हेमंत में शामिल होने का मौका मिलता है, यह सवाल राज्य की सियासत के केंद्र में है.
अलग-अलग चौक-चौराहों से लेकर राजनीतिक दलों के दफ्तरों तक कयास लगाए जा रहे हैं कि फलां विधायक मंत्री बनेगा या नहीं? अगर बनता है तो उसकी वजह क्या है और अगर कोई छूटता है तो उसकी वजह क्या है?
कैसी होगी सीएम हेमंत की नई टीम?
इन सबके बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने साफ कर दिया है कि इस बार टीम हेमंत ऐसी होगी जो हर तरह से फिट होगी. क्रिकेट की भाषा में कहें तो टीम हेमंत 20-20, वनडे और टेस्ट क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन करने वाली टीम होगी क्योंकि इस बार जनता ने महागठबंधन को प्यार और आशीर्वाद दिया है और उस पर भरोसा जताया है. उसके बाद हमारा कर्तव्य है कि हम जनता से किए गए वादों को पूरा करने में लग जाएं.
झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि इस बार टीम हेमंत एक संतुलित टीम होगी. इस टीम में अनुभव, युवा जोश, महिला सशक्तिकरण का समन्वय होगा. उन्होंने कहा कि जनता से किए गए हर वादे को पूरा किया जाएगा.
वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सोनाल शांति ने भी कहा कि जनता से किए गए हर वादे को पूरा करने वाला मंत्रिमंडल होगा. इस बार मंत्रिमंडल में ऐसे लोगों को जगह मिलेगी जो हर मोर्चे पर फिट हैं, अनुभवी और युवा दोनों का सामंजस्य होगा. वहीं झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि किस पार्टी से कौन मंत्री बनेगा इसकी जानकारी देर रात तक सार्वजनिक कर दी जाएगी.
मंत्री की दौड़ में राजद और कांग्रेस के ये विधायक
ऐसे में झामुमो/कांग्रेस/राजद सूत्रों से मिली जानकारी पर गौर करें तो राजद से गोड्डा विधायक संजय प्रसाद यादव का मंत्री बनना तय है. वहीं कांग्रेस कोटे से मंत्री बनने वाले नेताओं की संभावित सूची में रामेश्वर उरांव पिछड़ते दिख रहे हैं, उनकी जगह इस बार किसी युवा आदिवासी चेहरे को मौका मिल सकता है. बहुत संभव है कि रामेश्वर उरांव को फिर से कांग्रेस विधायक दल का नेता बनाया जाए और राजेश कच्छप या किसी अन्य आदिवासी विधायक को मंत्री बनने का मौका मिले.
पार्टी सूत्रों के अनुसार इस बार पूर्व मंत्री स्वर्गीय राजेंद्र सिंह के पुत्र बेरमो विधायक अनूप सिंह भी मंत्री बनने की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं. वहीं अनुसूचित जाति से सुरेश बैठा या राधाकृष्ण किशोर में से किसी एक को मौका मिल सकता है. वहीं अल्पसंख्यक कोटे से इरफान अंसारी या आलमगीर आलम की पत्नी निशात आलम को मौका मिल सकता है. इन सबके बीच कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदीप यादव और दीपिका पांडेय सिंह में से किसी एक के मंत्री बनने के भी कयास लगा रहे हैं.
झामुमो से इन चेहरों को मिल सकता है कैबिनेट में जगह
वहीं झामुमो की बात करें तो पिछली सरकार में मंत्री रहे दीपक बिरुआ, रामदास सोरेन, हफीजुल अंसारी को फिर से मंत्री बनाने के कयास लग रहे हैं, जबकि नए चेहरों में सुदिव्य कुमार सोनू, अनंत प्रताप देव, मथुरा महतो, लुइस मरांडी का नाम भी दौड़ में आगे है.
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