पलामूः विधानसभा चुनाव की घोषणा अगले कुछ दिनों में हो सकती है. एनडीए हो या इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग की तस्वीर साफ नहीं हो रही है. पलामू का इलाका भारतीय जनता पार्टी का मजबूत गढ़ है. भारतीय जनता पार्टी के मजबूत गढ़ में एनडीए के अन्य घटक दल भी चुनाव लड़ने का दावा प्रस्तुत कर रहे हैं. पलामू के पांच विधानसभा सीट में से चार पर भाजपा के विधायक हैं, जबकि हुसैनाबाद विधानसभा सीट एनसीपी पर (अजित पवार) गुट के विधायक हैं. भारतीय जनता पार्टी पलामू की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है.
हुसैनाबाद विधानसभा सीट पर एनसीपी एवं आजसू का दावा
हुसैनाबाद विधानसभा सीट पर एनसीपी अजीत पवार गुट के कमलेश सिंह विधायक हैं. इस सीट पर एनसीपी और आजसू पार्टी दावा कर रही है. आजसू के टिकट पर पूर्व विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता, पूर्व आईपीएस अधिकारी संजय रंजन सिंह चुनाव लड़ना चाहते हैं. 2019 के चुनाव में भाजपा समर्थित प्रत्याशी विनोद सिंह ने चुनाव लड़ा था और 30000 से भी अधिक वोट लाया था. अंतिम समय में पार्टी का सिंबल जमा नहीं हो पाया था.
छत्तरपुर विधानसभा सीट से जदयू और लोजपा कर रही है दावा
छतरपुर विधानसभा सीट से वर्तमान में भाजपा की पुष्पा देवी विधायक हैं. 2019 छतरपुर से लगातार दूसरी बार भाजपा चुनाव जीती है. छतरपुर विधानसभा सीट से जदयू और लोजपा अपना दावा ठोक रहे हैं. छतरपुर विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व विधानसभा सीट है. इस सीट पर जदयू पूर्व मंत्री सुधा चौधरी को चुनाव लड़वाना चाहती है. सुधा चौधरी पहले भी जदयू की टिकट पर चुनाव जीत चुकी है. लोजपा भी छतरपुर से चुनाव लड़ना चाहती है.
पार्टी सभी सीटों पर मजबूत है, सभी जगह चुनाव जीत रहे हैं. गठबंधन एवं सीट शेयरिंग का फैसला हाई लेवल से होगा. पार्टी चुनाव की तैयारी कर रही है और बूथ लेवल तक की तैयारी अंतिम चरण में है. - अमित तिवारी, जिला अध्यक्ष , भाजपा
पार्टी छत्तरपुर से चुनाव लड़ने का दावा कर रही है. गठबंधन होगा या नही होगा यह आलाकमान तय करेगी. - उमेश पासवान, लोजपा
- हुसैनाबाद छत्तरपुर में तैयारी है, आलाकमान फैसला करेगा कहां लड़ना है चुनाव- इम्तियाज अहमद
ये भी पढ़ेंः