रांची: झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने यह दावा किया है कि अब राज्य में मात्र 10% ही नक्सली बचे हुए हैं 90% नक्सलियों का सफाया हो चुका है. बचे हुए नक्सलियों के खिलाफ भी जोरदार अभियान चलाया जा रहा है.
डीजीपी ने घायल जवान का हाल जाना
झारखंड में नक्सलवाद की जड़ें कमजोर हो चुकी है लेकिन अभी भी उनमें इतना जोर बचा हुआ है की वे गुरिल्ला वार कर पुलिस से मुकाबला करने में कुछ हद तक सफल हो जा रहे हैं. खासकर झारखंड के सारंडा और कोल्हान में भारी नुकसान के बावजूद नक्सली आईईडी बमों के जरिए सुरक्षा बलों को टारगेट कर रहे हैं.
गुरुवार की सुबह भी चाईबासा के जराईकेला में नक्सलियों के द्वारा किए गए आईईडी विस्फोटक में कोबरा बटालियन का एक अफसर घायल हो गया. घायल को इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया है. घायल जवान की स्थिति का जायजा लेने के लिए झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता अस्पताल पहुंचे और उन्होंने वहां डॉक्टरों से घायल जवान का बेहतर इलाज करने की हिदायत दी. डीजीपी ने बताया कि घायल जवान राजस्थान का रहने वाला है और उसके पैर में चोट लगी है. लेकिन उसके हौसले पूरी तरह से बुलंद हैं. 2 से 3 सप्ताह के इलाज के बाद वह पूरी तरह से ठीक हो जाएगा.
10 प्रतिशत बचे हैं नक्सली
डीजीपी ने बताया कि झारखंड के 90% नक्सलियों का सफाया हो चुका है. अब मात्र 10% ही बचे हैं, जो एक पहाड़ी पर टिके हुए हैं. उनके खिलाफ भी अभियान लगातार चल रहे हैं जिसमें कामयाबी भी हासिल हो रही है.
13 को बुलाई है बैठक
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि 13 अगस्त को नक्सलियों के खिलाफ विशेष रणनीति बनाने के लिए राज्यभर के पुलिस अधिकारियों को मुख्यालय बुलाया गया है. बैठक में नक्सलवाद के खात्मे के लिए विशेष रणनीति तैयार की जाएगी.
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