भरतपुर. जिले के चिकसाना थाना क्षेत्र के गांव नौगाया में बीती मध्य रात्रि को करीब 100 पुलिसकर्मियों की तैनाती में एक दलित दूल्हे की निकासी निकाली गई. इस दौरान खुद पुलिस अधीक्षक गांव में मौजूद रहे. भारी पुलिस बल की मौजूदगी में भी कुछ असामाजिक तत्वों ने बारात निकासी के दौरान एक दीवार को गिरा दिया, जिससे दो लोग घायल हो गए. पुलिस बल व पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में दलित की शादी संपन्न हुई.
सीओ ग्रामीण भरतपुर आकांक्षा ने बताया कि दो दिन पहले नौगाया निवासी दलित राजवीर ने थाना चिकसाना पुलिस को एक प्रार्थना पत्र दिया कि उसकी बहन की 11 जुलाई को शादी है. राजवीर ने आशंका जताई है कि उसकी बहन की शादी में गांव के कुछ लोग उपद्रव कर सकते हैं. एसएचओ चिकसाना देरावर सिंह ने इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी. ऐसे में पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर विवाह समारोह से एक दिन पहले 10 जुलाई को गांव नौगाया में विवाह स्थल पर पुलिस जाप्ता तैनात किया गया. साथ ही कुछ लोगों को समझाइश कर हिदायत भी दी गई. गुरुवार देर रात को गांव में दलित दूल्हा और बारात पहुंची. देर रात जब बारात निकासी शुरू हुई तो एक समाज विशेष की महिलाओं ने विरोध शुरू कर दिया. पुलिस के वाहनों के सामने खड़े होकर बारात निकासी का विरोध जताया.
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सूचना पर मौके पर एसपी मृदुल कच्छावा पहुंचे. पुलिस बल ने महिलाओं के साथ समझाइश कर हिदायत दी. एसपी ने बताया कि निकासी के रास्ते में कुछ असामाजिक तत्वों ने एक दीवार को गिरा दिया था, जो कि पुलिस के एक वाहन पर जाकर गिरी थी. दीवार की चपेट में आने से कैलूरी निवासी रामचरण (70) पुत्र तूफान व नौगाया निवासी वेदपाल पुत्र विजय सिंह घायल हो गए. दोनों घायलों को आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसके बाद दलित दूल्हे की निकासी शांतिपूर्ण तरीके से निकाली गई. भारी पुलिस बल की मौजूदगी में दलित दूल्हे की शादी संपन्न हुई. इस दौरान एसडीएम रवि कुमार, तहसीलदार अक्षय प्रेम चेरवाल, एएसपी मुख्यालय लालचंद कायल सहित पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे.