धर्मशाला: हिमाचल विधानसभा शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन विपक्ष ने सदन में गंभीर आरोप लगाते हुए दूसरी बार वॉकआउट किया. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सत्ता पक्ष पर आरोप लगाए. जयराम ने कहा, सरकार की ओर से लगातार अपमानजनक भाषा का उपयोग किया जा रहा है. यह पहली बार हो रहा है कि सत्ता पक्ष के नेता इतने असंयमित हो गए हैं. कभी देश के प्रधानमंत्री पर अमर्यादित टिप्पणियां की जाती हैं, तो कभी विपक्ष को निशाना बनाया जाता है.
पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने कहा, "हम भी जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि हैं. हम गाली-गलौज सुनने नहीं आए हैं. सत्ता पक्ष के नेताओं में न तो संयम है और न ही सदन की मर्यादा का ख्याल. ऐसे रवैये के कारण विपक्ष को मजबूरन सदन से बाहर जाना पड़ा". नेता प्रतिपक्ष ने चेतावनी दी कि अगर ऐसा ही चलता रहा, तो आने वाले समय में विपक्ष को यह विचार करना होगा कि क्या ऐसे मंत्रियों को सुनना भी चाहिए या नहीं.
यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के साथ राहुल गांधी की तुलना करना बंद करें कांग्रेस नेता। pic.twitter.com/qNKRce1Lfx
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) December 21, 2024
जयराम ने कहा सत्ता पक्ष का यह व्यवहार न केवल लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है, बल्कि सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला भी है. हम ऐसा रवैया कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे. भारतीय जनता पार्टी के नेता अगर अपनी बात रखनी चाहें तो वे कहीं और रखें. लेकिन हम सदन में गलत व्यवहार सहन नहीं करेंगे. वहीं, विपक्ष के इस रुख से सदन में जारी सत्र और भी तनावपूर्ण हो गया. पूरे घटनाक्रम के बाद विधानसभा का माहौल काफी गर्म हो गया. विपक्ष ने वॉकआउट के माध्यम से अपना विरोध दर्ज कराया और सदन से बाहर रहकर सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई.
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