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दिल्ली में निर्दलीय उम्मीदवारों की फेहरिस्त होती हैं लंबी, इस बार 148 की जमानत जब्त - Delhi 148 candidates lost their deposits

Delhi 148 candidates lost their deposits: देश में सन 1952 में हुए पहले लोकसभा चुनाव से लेकर अब तक दिल्ली में जितने भी लोकसभा चुनाव हुए. सभी लोकसभा चुनाव में बड़ी संख्या में निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में उतरते हैं, लेकिन उनकी जमानत जब्त हो जाती है. 1980 के बाद से लगातार 100 से अधिक उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो रही है. इसके बावजूद भी दिल्ली में हर बार बड़ी संख्या में निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरते हैं जानिए क्या है कारण...

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jun 6, 2024, 10:25 AM IST

नई दिल्ली: साल 1952 में पहले लोकसभा चुनाव में दिल्ली में तीन लोकसभा सीटें थी. जिनपर 19 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था. इसमें से 8 निर्दलीय उम्मीदवार थे. वर्ष 1980 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सातों लोकसभा सीट पर बीते चुनावों की तुलना में सबसे अधिक 168 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे. बीते वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में 164 उम्मीदवार थे. 147 लोगों की जमानत जब्त हुई थी. जानकारों की मानें तो दिल्ली में सांसद बनाना काफी महत्व रखता है. इसलिए शुरू से ही बड़ी संख्या में निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरते आए हैं. लेकिन दिल्ली की जनता ने अभी तक बड़ी पार्टियों के ही उम्मीदवारों पर भरोसा जताया है.

इस बार दिल्ली में प्रमुख रूप से भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी के अलावा बसपा के उम्मीदवारों की ही जमानत बच पाई है. कुल 148 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई है. इससे पहले वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों से 164 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे. इसमें से कुल 17 उम्मीदवारों को छोड़ अन्य सभी की जमानत जब्त हुई थी. वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भी सात विजेता थे. सात प्रतिद्वंदी उम्मीदवारों के अतिरिक्त अन्य सभी की जमानत जब्त हो गई थी.

अब तक के लोकसभा चुनाव में दिल्ली में किस वर्ष कितने उम्मीदवार रहे

चुनाव वर्षउम्मीदवारों की संख्या
195219
195730
196228
196746
197164
197740
1980168
1984189
1989237
1991501
1996523
1998132
199997
2004129
2014150
2019164
2024162

इसलिए जमानत जब्त होती है. यह है नियमः लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवारों को कुल मतदान का 16.5 प्रतिशत मत हासिल करना होता है. यदि किसी को इससे कम मत मिलता है तो उसकी जमानत जब्त कर ली जाती है. ऐसा इसलिए किया जाता है, जिससे की ऐसे लोग चुनाव न लड़ें, जो लड़ाई में नहीं हैं. बता दें कि जमानत राशि जनरल कैटेगरी के उम्मीदवारों के लिए 25 हजार और अन्य उम्मीदवारों के लिए 15 हजार रुपये निर्धारित थी.

यह भी पढ़ें- अपने 3 लाख कांट्रैक्ट कर्मचारियों को पक्का करे दिल्ली सरकार: रामवीर बिधूड़ी

नई दिल्ली: साल 1952 में पहले लोकसभा चुनाव में दिल्ली में तीन लोकसभा सीटें थी. जिनपर 19 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था. इसमें से 8 निर्दलीय उम्मीदवार थे. वर्ष 1980 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सातों लोकसभा सीट पर बीते चुनावों की तुलना में सबसे अधिक 168 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे. बीते वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में 164 उम्मीदवार थे. 147 लोगों की जमानत जब्त हुई थी. जानकारों की मानें तो दिल्ली में सांसद बनाना काफी महत्व रखता है. इसलिए शुरू से ही बड़ी संख्या में निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरते आए हैं. लेकिन दिल्ली की जनता ने अभी तक बड़ी पार्टियों के ही उम्मीदवारों पर भरोसा जताया है.

इस बार दिल्ली में प्रमुख रूप से भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी के अलावा बसपा के उम्मीदवारों की ही जमानत बच पाई है. कुल 148 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई है. इससे पहले वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों से 164 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे. इसमें से कुल 17 उम्मीदवारों को छोड़ अन्य सभी की जमानत जब्त हुई थी. वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भी सात विजेता थे. सात प्रतिद्वंदी उम्मीदवारों के अतिरिक्त अन्य सभी की जमानत जब्त हो गई थी.

अब तक के लोकसभा चुनाव में दिल्ली में किस वर्ष कितने उम्मीदवार रहे

चुनाव वर्षउम्मीदवारों की संख्या
195219
195730
196228
196746
197164
197740
1980168
1984189
1989237
1991501
1996523
1998132
199997
2004129
2014150
2019164
2024162

इसलिए जमानत जब्त होती है. यह है नियमः लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवारों को कुल मतदान का 16.5 प्रतिशत मत हासिल करना होता है. यदि किसी को इससे कम मत मिलता है तो उसकी जमानत जब्त कर ली जाती है. ऐसा इसलिए किया जाता है, जिससे की ऐसे लोग चुनाव न लड़ें, जो लड़ाई में नहीं हैं. बता दें कि जमानत राशि जनरल कैटेगरी के उम्मीदवारों के लिए 25 हजार और अन्य उम्मीदवारों के लिए 15 हजार रुपये निर्धारित थी.

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