जोधपुर. राजस्थान में इन दिनों पारा बढ़ने लगा है. मौसमी तापमान का भी और राजनीति का भी. केंद्रीय नेताओं का राजस्थान में जमावड़ा लग चुका है. आरोप-प्रत्यारोपों की राजनीति देखी जा रही है. रेगिस्तान की गर्मी भी इस सियासी गर्मी से फीकी नजर आ रही है. इस बीच जैसलमेर-बाड़मेर लोकसभा सीट के निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी ने ईटीवी भारत के कई मुद्दों पर बात की. उन्होंने क्षेत्र के विकास और विरोधी नेताओं की बयानबाजी पर खुलकर अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि संघर्ष जितना बड़ा होगा, सफलता उतनी ही बड़ी मिलेगी.
देश के दूसरे सबसे बड़े संसदीय क्षेत्र में पीएम मोदी के मंत्री कैलाश चौधरी त्रिकोणीय संघर्ष में फंसे हुए है. इसकी वजह है निर्दलीय उम्मीदवार रविंद्र सिंह भाटी. भाटी निर्दलीय ही जिस चुनाव में खड़े हो जाते हैं, कोई उन्हें शिकस्त नहीं दे पाया. चाहे वो छात्र संघ चुनाव हो या विधानसभा चुनाव. ऐसे में न सिर्फ कैलाश चौधरी बल्कि कांग्रेस उम्मीदवार उम्मेदाराम बेनीवाल के चेहरे पर भी शिकन देखी जा रही है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि भले ही मोदी जी बाड़मेर में सभा करें, लेकिन मुझे जनता पर भरोसा है कि वो मेरा साथ देगी. 4 जून को ऐतिहासिक परिणाम सबके सामने होंगे. भाटी ने कहा कि पीएम मोदी समेत सभी बड़े नेता आज तो बाड़मेर में आ रहे हैं, लेकिन कुछ समय पहले आए होते तो सही रहता. बाड़मेर की स्थिति का पता चलता. अब बाड़मेर की जनता ने परिवर्तन का मन बना लिया है. बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र के लोग बुनियादी आधारभूत सुविधाओं के अभाव में जी रहे हैं.
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मानवेद्र सिंह जसोल के भाजपा में शामिल हो जाने के सवाल पर भाटी ने कहा कि वो मेरे बड़े भाई है. यह उनका निजी फैसला है. वो जहां भी रहे उनको शुभकामनाएं. भाटी ने कहा कि दूर दराज क्षेत्रों में आज भी पानी को लेकर लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है. सरकारों के आपसी समन्वय की कमी के चलते ये हालात उभरे. मैं जनता को विश्वास दिलाता हूं कि मैं पूरी शिदृदत से इस पर काम करुंगा.
रसूखदार नेता को दिल बड़ा रखना चाहिए : कांग्रेस व भाजपा के नेताओं की ओर से भाटी पर किए जा रहे हमले पर भाटी ने कहा कि साधारण परिवार से आता हूं. मैं राजनीति में बढ़ रहा हूं. मेहनत और संघर्ष कर रहा हूं, तो यह रसूखदारों को अखरता है. इनको बड़ा दिल रखना चाहिए. ऐसा नहीं कर सके तो कम से कम शांति ही रखें.