देहरादून: उत्तराखंड के पहाड़ी जनपदों में गुलदार की दहशत अक्सर देखने को मिलती रही है.लेकिन राज्य के इतिहास में पहला मौका है जब राजधानी के रिहायशी इलाकों में भी लोग गुलदार से खौफजदा हैं. देहरादून में पिछले दिनों गुलदार ने एक के बाद एक दो घटनाओं को अंजाम दिया है. बावजूद इसके वन विभाग इस गुलदार को चिन्हित कर अब तक नहीं पकड़ पाया है, उधर लोगों में भी आक्रोश बढ़ रहा है.
अब तक पहाड़ी जनपदों में गुलदार के जिस आतंक को देखा जाता था, अब वह देहरादून में भी दिख रहा है. हैरत की बात यह है कि देहरादून के शहरी इलाके में भी गुलदार दिखाई देने लगा है और यहां भी लोग दहशत में दिख रहे हैं. देहरादून के बालावाला में भी कुछ यही स्थिति है. यहां पर लोगों ने इलाके में गुलदार के होने का दावा किया है. इतना ही नहीं क्षेत्र में कुछ पग चिन्ह भी दिखाई दिए हैं, जो गुलदार के ही बताये जा रहे हैं. उधर लोगों में इस बात को लेकर भी नाराजगी है कि वन विभाग को सूचित किए जाने के बाद भी क्षेत्र में ना तो कैमरा ट्रैप लगाए गए हैं ना ही गुलदार को पकड़ने के लिए उचित प्रबंध किया गया.
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खासतौर पर लच्छीवाला क्षेत्र के अधिकारियों को लेकर लोगों में बेहद ज्यादा नाराजगी है. इसके अलावा देहरादून शहर के बीचों-बीच रेस कोर्स की नई बस्ती क्षेत्र में लोगों के सीसीटीवी कैमरे पर भी कुछ वीडियो रिकॉर्ड हुए हैं. लोगों का दावा है कि यह वीडियो गुलदार का ही है. उनका कहना है कि रात में गुलदार के गुर्राने की बहुत तेज आवाजे आती हैं. इसके बाद जब सीसीटीवी कैमरा खंगाला गया तो उन्हें गुलदार जैसा वन्य जीव ही दिखाई दिया. हालांकि वन विभाग इसे वाइल्ड कैट बता रहा है. जो भी हो लेकिन लोगों में गुलदार को लेकर दहशत साफ दिखाई दे रही है और लोग अपने बच्चों को घर से बाहर निकलने से रोक रहे हैं.
इससे पहले देहरादून के चिड़ियाघर के बाहर भी गुलदार का वीडियो सामने आ चुका है, जिसे किसी व्यक्ति ने गाड़ी के अंदर से रिकॉर्ड किया था. इस वीडियो के सामने आने के बाद यह साफ हो गया था कि देहरादून के आसपास गुलदार रिहायशी इलाके में घूम रहा है और लोगों के लिए यह एक बड़ा खतरा हो सकता है.देहरादून में इस दहशत की शुरुआत तब हुई थी, जब पिछले महीने गुलदार ने देहरादून के सिंगली गांव में एक मासूम को अपना निवाला बना लिया था. इसके बाद देहरादून में ही रिहायशी इलाके में गुलदार ने हमला कर उसे घायल कर दिया था.
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खास बात यह है कि इस घटना के बाद इस पूरे इलाके में 24 वन विभाग के कर्मचारियों की टीम लगाई गई और 12 पिंजरे के अलावा 40 कैमरे भी लगाए गए. लेकिन करीब एक महीना बीतने के बाद भी अब तक यह गुलदार नहीं पकड़ा गया. उधर देहरादून के ही अलग-अलग इलाकों से गुलदार की मौजूदगी को लेकर लोगों की शिकायतें भी आ रही है.उधर राजधानी के अलावा प्रदेश के तमाम जिलों में भी गुलदार का आतंक दिखाई दे रहा है. इस स्थिति से लोगों में भी अब आक्रोश बढ़ता जा रहा है. उधर वन विभाग इस पूरे हालात पर नियंत्रण को लेकर असहाय सी स्थिति में है.