पटना : बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान पर तंज कसा है. स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सीएम नीतीश कुमार ने बिना नाम लिए लालू परिवार पर हमला बोला था. इसपर शनिवार को तेजस्वी यादव ने प्रतिक्रिया दी.
''उनके बारे में हम क्या ही बोलें? वो बुजुर्ग हैं, हमारे अभिभावक हैं. हमलोगों को गाली देकर उनको खुशी मिल रही है तो वो खुशी आपलोग क्यों छीन रहे हैं? रहने दीजिए, बोलने दीजिए.''- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, बिहार विधानसभा
'देश के इतिहास में कहीं भी ऐसा नहीं देखा' : तेजस्वी यादव ने कहा कि, चाहे स्वतंत्रता दिवस हो या गणतंत्र दिवस हो, इस अवसर पर कोई भी मुख्यमंत्री, राज्यपाल, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति नीजि या राजनीतिक भाषण नहीं दिया करते हैं. हालांकि वो (नीतीश कुमार) बड़े हैं, हम तो छोटे हैं, क्या ही बोलें? आज तक देश के इतिहास में कहीं भी ऐसा नहीं देखा है.
क्या कहा था नीतीश कुमार ने ? : दरअसल, 15 अगस्त को पटना के गांधी मैदान में स्वंत्रता दिवस के मौके पर राज्य को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिना नाम लिए लालू परिवार पर हमला किया था. उन्होंने कहा था कि, ''कुछ किया है ये लोग ? अपने घर को बढ़ाया है, अपनी जगह पत्नी को बना दिया, बेटा-बेटी यही सब करते रहा. हम लोगों ने कभी ऐसा नहीं किया.''
रोहिणी ने किया था पलटवार : हालांकि नीतीश कुमार की बात पर सिंगापुर में बैठी लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने पलटवार किया था. उन्होंने कहा था कि, ''चाचा जी जब भी बोलते हैं , उनकी जुबान से उनकी व्यक्तिगत पारिवारिक कुंठा ही निकलती है. अपनी संतान को आगे लाने लायक शायद उन्होंने छोड़ा ही नहीं है.''
चाचा जी .. जब भी बोलते हैं , उनकी जुबान से उनकी व्यक्तिगत - पारिवारिक कुंठा ही निकलती है , पारिवारिक - वैयक्तिक फ्रंट पर तो जरूर ही कुछ ऐसी बात है , जो चाचा जी को उम्र के इस पड़ाव पर कचोटती है .. शायद अपने परिवार , अपनी संतान के साथ यथोचित व्यवहार - सरोकार नहीं रख पाने का मलाल…
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) August 15, 2024
पुल के टूटने पर सरकार को घेरा : वैसे शनिवार को तेजस्वी यादव ने तीसरी बार निर्माणाधीन भागलपुर-सुल्तानगंज अगुवानी पुल के टूटने पर राज्य सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि पहली बार जब पुल गिरा था तो यह निर्णय हुआ था कि इसको तोड़कर बनाया जाएगा. यह मामला कोर्ट में जाने के बाद तय हुआ कि कंपनी अपने खर्च पर इसे दोबारा बनाएगी. विभाग के मंत्री इसपर बैठक किए हैं कि यह पता नहीं.
''चाहे पुल हो, पुलिया हो या मेगापुल हो, नीतीश कुमार के राज में लगातार यह गिरते रहे हैं. लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. जो भी दोषी हैं, उस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.''- .''- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, बिहार विधानसभा
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