उत्तरकाशी: गोमुख ट्रैक के निरीक्षण के लिए गई वन विभाग सहित एसडीआरएफ और पर्यटन विभाग की टीम रेकी कर वापस लौट आई है. इसके बाद टीम ने बताया कि बड़े हिमखंड आने के कारण आम यात्रियों के लिए गोमुख ट्रैक खुलने में अभी 10 दिन से अधिक का समय लग सकता है. ट्रैक खोलने के लिए मजदूर कार्य कर रहे हैं.
गोमुख ट्रैक की रेकी करने गई टीम वापस लौटी: बता दें कि जिलाधिकारी डॉ.मेहरबान सिंह बिष्ट के निर्देश पर साहसिक पर्यटन अधिकारी मोहम्मद अली सहित एसडीआरएफ निरीक्षक जगदंबा प्रसाद बिजल्वाण के नेतृत्व में वन विभाग सहित एसडीआरएफ की संयुक्त टीम गोमुख ट्रैक की रेकी के लिए गई थी. टीम ने इस ट्रैक पर चीड़बासा तक निरीक्षण किया.
खड़ीक प्वाइंट पर हिमखंड मौजूद: एसडीआरएफ के निरीक्षक जगदंबा प्रसाद बिजल्वाण ने बताया कि गंगोत्री से चीड़बासा के बीच ट्रैक मार्ग पर अब हिमखंड कम हो गए हैं, लेकिन चीड़बासा के समीप खड़ीक प्वाइंट पर अभी भी बड़ा हिमखंड मौजूद है. जिससे इस पर आम यात्रियों की आवाजाही नहीं हो सकती है. हालांकि प्रशिक्षित ट्रैकर्स तकनीक का प्रयोग कर इस पर जा सकते हैं.
कच्ची ढांग में ग्लेशियर आने से मार्ग क्षतिग्रस्त: जगदंबा प्रसाद बिजल्वाण ने बताया कि चीड़बासा से आगे कच्ची ढांग में ग्लेशियर आने के कारण मार्ग क्षतिग्रस्त हैं, जिसे ठीक करने का मजदूर प्रयास कर रहे हैं. वहीं, गोमुख ट्रैक पर क्षतिग्रस्त मार्ग की मरम्मत कर रहे ठेकेदार ने बताया कि अगर मौसम साफ रहता है, तो पांच मई तक गोमुख ट्रैक तक आवाजाही के लिए मार्ग को ठीक कर दिया जाएगा. गोमुख ट्रैक का निरीक्षण करने गई टीम तीन दिन के भीतर डीएम को लिखित रिपोर्ट सौंपेगी.
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