जमुई : बिहार के जमुई में चकाई प्रखंड के वसतपुर उत्क्रमित उच्च विद्यालय के शिक्षकों की पिटाई का मामला तूल पकड़ने लगा है. यह मामला अब एसीएस एस सिद्धार्थ के सामने पहुंच चुका है. पीड़ित शिक्षकों ने एसीएस सिद्धार्थ के सामने बचा लेने की गुहार लगाई और आपबीती सुनाई. इस दौरान जिले की कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक चंद्र प्रकाश भी मौजूद थे. एसीएस ने पीड़ित शिक्षकों से पूरी बात सुनी. पिटाई की बात सुनते ही ACS साहब ने तुरंत एसपी को तलब किया और बोले कि एसपी साहब कहां हैं..?
हमने अधिकारियों से कहा है कि शिक्षक के साथ घटना छोटी हो या बड़ी हो, सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. शिक्षकों के लिए भय से मुक्त वातावरण हम स्कूलों में बनाना चाहते हैं. ये अपराध क्षम्य नहीं है.''- एस सिद्धार्थ, एसीएस, शिक्षा विभाग
'अपराधी बख्शे नहीं जाएंगे' : शिक्षकों ने कहा कि आज वह विद्यालय नहीं आते लेकिन जैसे ही जानकारी लगी की एसीएस साहब आप आ रहे हैं तो हम लोग यहां पहुंच गए. शिक्षकों ने जो हालात बयां किया उसे सुनकर एसीएस साहब भी हैरान रह गए. उन्होंने एक एक बात को बड़े ही गौर से सुना. उनके चेहरे का एक्स्पेशन देखकर लग रहा था कि वह इस मामले में कड़ा एक्शन लेंगे. वैसा ही हुआ, उन्होंने अधिकारियों को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
"सर हमको बहुत मारा है. इनको बदमाशों ने रंगदारी मांगने के लिए 70 लाठी मारी थी. पूरा शरीर काला पड़ गया. हम लोग ऐसी दशा में कैसे ड्यूटी करेंगे? हमें इस स्कूल से कहीं और ट्रांसफर कर दीजिए. हम लोग यहां इसलिए आए हैं क्योंकि पता चला कि आप आ रहे हैं. प्लीज सर हम लोगों को बचा लीजिए."- पीड़ित शिक्षकों की एसीएस से गुहार
रंगदारी को लेकर की थी शिक्षकों की पिटाई : बता दें कि दो दिन पहले स्थानीय दबंगों ने रंगदारी की डिमांड पूरी न करने पर सात सिक्षकों की पिटाई कर दी थी. जिसके बाद स्कूल के प्रभारी समेत सभी शिक्षकों ने डीएम अभिलाषा शर्मा को आवेदन देकर कहीं अन्य स्कूल में ट्रांसफर कर देने की गुहार लगाई थी. मीडिया में खबर चलने के बाद जिला प्रशासन भी हरकत में आया और कल ही जमुई एसपी, एसडीएम अभय तिवारी और जिला शिक्षा पदाधिकारी राजेश कुार समेत कई अधिकारी स्कूल पहुंचे और स्कूल की घटना की जानकारी ली.
'भय मुक्त वातावरण देने को प्रतिबद्ध ': अब खुद मौके पर बिहार के पावरफुल और नीतीश के चहेते आईएएस अपर सचिव एस सिद्धार्थ ने पीड़ित शिक्षकों से मिलकर कार्रवाई का आश्वासन दिया. एसीएस ने साफ किया कि उनकी मंशा स्कूलों में भय मुक्त वातावरण देने की है. घटना छोटी हो या फिर बड़ी तत्काल आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी.
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