बिलासपुर: सोलन और बिलासपुर की सीमा रामशहर क्षेत्र के टैक्सी चालक की हत्या मामले में पुलिस आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है. पूछताछ में यह निकलकर सामने आया है कि दो पंजाब निवासी आरोपियों ने मात्र 15 हजार रुपये नकदी चालक की जेब में देखकर उसको मौत के घाट उतारने का प्लान बनाया.
मंडी जिला में कुछ देरी के लिए रोकी गई गाड़ी के बाद दोनों आरोपियों ने यह प्लानिंग बनाई और बिलासपुर जिला के घाघस क्षेत्र में उसका गला घोटकर उसके मुंह में पत्थर मारकर उसे किरतपुर नहर में फेंक दिया.
हालांकि बिलासपुर पुलिस की टीम ने आरोपियों को पंजाब के लुधियाना से गिरफ्तार कर लिया है लेकिन अभी तक पुलिस शव को बरामद नहीं कर पाई है. सोमवार को बिलासपुर पुलिस की टीम किरतपुर नहर के पास सर्च अभियान में जुटी रही. इस सर्च अभियान में दो निजी व दो बीबीएमबी के गोताखोर नहर में शव को ढूंढ रहे थे. खबर लिखे जाने तक शव को नहर में ढूंढा जा रहा था.
यह था मामला:
टैक्सी चालक हरिकृष्ण निवासी गांव डोलरू डाकघर डोली तहसील रामशहर सोलन 24 जून को पंजाब के जसकरन जोत और गुरमीत सिंह को शिमला से मनाली ले गया था. 25 जून को वह दोनों युवकों के साथ मनाली से लौट रहा था. रात करीब 8:20 पर हरिकृष्ण की घर पर बात हुई और बताया कि बरमाणा में हूं और सवारियों को बिलासपुर छोड़कर आऊंगा. कुछ देर बाद ड्राइवर का मोबाइल बंद हो गया.
26 जून को बेटे देशराज ने पिता की तलाश शुरू की. भराड़ीघाट-कयारड़ा पेट्रोल पंप के सीसीटीवी में उन्होंने टैक्सी देखी. देशराज के मुताबिक उन सवारियों में से एक व्यक्ति टैक्सी चलाकर लाया और दूसरा भी साथ ही था. पीड़ित बेटे को सीसीटीवी फुटेज में पिछली सीट पर कोई व्यक्ति लेटा हुआ दिखा.
डीएसपी मदन धीमान के नेतृत्व में बनी जांच टीम ने शुक्रवार को टैक्सी लुधियाना से ढूंढी. उसमें खून के धब्बे भी मिले. आरोपियों को शनिवार को पंजाब से गिरफ्तार कर बिलासपुर लाया गया.
बिलासपुर एसपी विवेक चहल ने बताया "पुलिस लगातार शव को ढूंढ रही है. दो निजी और दो बीबीएमबी के गोताखोर सर्च अभियान में लगे हुए हैं. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है."
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