फर्रुखाबाद : राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए जिले में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने विभिन्न मुद्दों को लेकर मीडिया से खुलकर बातचीत की. भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा. बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की. इसके अलावा आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भी अपनी रणनीति साफ की.
भाजपा छोड़ने के सवाल पर स्वामी प्रसाद ने कहा कि 69,000 शिक्षकों की भर्ती पर पिछड़ी जाति के साथ भेदभाव पर और सवर्ण को 18,000 पद देने पर मैंने भाजपा छोड़ दी थी. अब हाईकोर्ट ने नए सिरे से शिक्षकों की 69,000 की सूची बनाने के आदेश दिए हैं. सपा भी मैंने भेदभाव के कारण छोड़ी. मैं पाने के लिए कहीं नहीं गया मैं जहां भी गया वहां से खोकर आया.
सपा में रहते मैंने एमएलसी पद भी छोड़ दिया. अब मैंने राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी का गठन किया है. अब कहीं आने जाने की जरूरत नहीं बची है. अब इसी पार्टी से अगला विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और पूरे प्रदेश में 403 सीटो पर चुनाव लड़ाएंगे. विपक्ष द्वारा जातिगत जनगणना की बात की जा रही है. संसद में राहुल गांधी की जाति पूछने पर विपक्ष भड़क गया, इस पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि राहुल गांधी किस जाति के हैं सब जानते हैं. वह कोई रंगई बुधई परिवार के नहीं है.
वह राजीव गांधी के परिवार के आते हैं. इसलिए जाति पूछकर पार्लियामेंट में राहुल गांधी का मजाक बनाया गया. जिसकी जाति पहले से लिखी पड़ी है उसकी जाति पूछने का औचित्य क्या है. आज जो समाज अपेक्षित है और जिनके हकों और आरक्षण पर डकैती डाली जा रही है. भारी संख्या होने के बावजूद संख्या के मुताबिक सम्मान नहीं मिल रहा है. ऐसे लोगों की मांग है कि जातिगत जनगणना कर ली जाए. सबको भागीदारी की व्यवस्था कराई जाए. इसलिए जातिगत जनगणना महत्वपूर्ण है. जातिगत जनगणना किसी एक के लिए नहीं बल्कि सभी समाज की सहभागिता सुनश्चित करने के लिए है.
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