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गोपालगंज में RJD नेता की संदिग्ध मौत, परिजनों का आरोप- राजनीतिक रंजिश में गला दबाकर मार डाला - RJD Leader Suspicious Death

RJD Leader Murder In Gopalganj: वीआईपी चीफ मुकेश सहनी के पिता की नृशंस हत्या के बाद गोपालगंज में राष्ट्रीय जनता दल के पंचायत अध्यक्ष की संदिग्ध मौत ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. मृतक सुनील यादव के परिजनों का कहना है कि गला दबाकर उसकी हत्या की गई है.

Murder In Gopalganj
गोपालगंज में आरजेडी नेता की हत्या (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jul 17, 2024, 11:06 AM IST

गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में आरजेडी नेता की संदिग्ध मौत हो गई है. परिजनों ने इसे हत्या करार दिया है. मामला जिले के जादोपुर थाना क्षेत्र के मंगलपुर पुल के पास स्थित राजवाही गांव का है. मृतक की पहचान जादोपुर थाना क्षेत्र के मशान थाना गांव निवासी झूलन यादव के 26 वर्षीय बेटा सुनील यादव के रूप में की गई है.

बाइक सवार से हुआ था झगड़ा: घटना के बारे में बताया जाता है कि सुनील बाइक पर सवार होकर मंगलपुर की तरफ गया था. इसी बीच गोपालगंज और बेतिया जिले के बॉर्डर पर राजवाही गांव के पास एक अन्य बाइक सवार के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो गया. परिजनों का आरोप है कि अज्ञात बाइक सवार ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी. वहीं, बॉर्डर पर मौजूद बेतिया जिले के नौतन थाना की डायल 112 की पुलिस टीम को इसकी सूचना मिली. जिसके बाद मौके पर पहुंची डायल 112 के टीम घायल युवक को लेकर तत्काल बेतिया सदर अस्पताल पहुंची लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

डायल 112 की टीम पर उतारा गुस्सा: वहीं परिजनों ने डायल 112 की टीम पर भी गुस्सा जाहिर किया है. परिजनों का कहना है कि सूचना पाकर हमलोग बेतिया अस्पताल पहुंचे. जहां डॉक्टर ने सुनील को मृत घोषित कर दिया. मौत की जानकारी मिलने के बाद डायल 112 के पुलिसकर्मी भागने लगे. हम लोगों ने उनसे एंबुलेंस बुलाने की मांग की लेकिन नहीं बुलाया. परिजनों के मुताबिक पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है.

"राजनीति कारणों से सुनील की गला दबाकर हत्या की गई है. इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. साथ ही पुलिसकर्मियो की भूमिका की भी जांच कर कार्रवाई की जाए, क्योंकि पुलिस की भूमिका हमें संदिग्ध लग रही है."- मृतक के परिजन

'राजनीतिक रंजिश में हत्या': युवा आरजेडी के जिलाध्यक्ष दिवाकर यादव ने इसे राजनीतिक हत्या करार दिया है. उन्होंने कहा, 'सुनील कुमार यादव मशान थाना पंचायत के राजद पंचायत अध्यक्ष थे. उनकी हत्या राजनीतिक कारणों से हुई है. लिहाजा हम लोग दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं. साथ ही डायल 112 के पुलिसकर्मी की मिलीभगत की भी जांच हो.'

क्या बोले गोपालगंज एसपी?: वहीं, पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने मौत को संदिग्ध बताते हुए जांच का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा, 'मामला संदिग्ध लग रहा है. एक्सीडेंट की संभावना दिख रही है. फिलहाल परिजनों के आवेदन पर अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत के कारणों का पता चलेगा. एफएसएल की टीम ने विजिट किया है.'

कौन थे मृतक सुनील?: जानकारी के मुताबिक सुनील यादव राष्ट्रीय जनता दल के गोपालगंज जिले के मशान थाना पंचायत के पंचायत अध्यक्ष थे. वह पिछले दस वर्षों से बीडीसी थे. नवंबर महीने में उनकी शादी होने वाली थी. आरजेडी के कई बड़े नेताओं के साथ उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर आती रहती थी.

ये भी पढ़ें: गोपालगंज में पूर्व मुखिया पर अपराधियों ने बरसायी गोलियां, गंभीर हालत में गोरखपुर रेफर - Gopalganj crime

गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में आरजेडी नेता की संदिग्ध मौत हो गई है. परिजनों ने इसे हत्या करार दिया है. मामला जिले के जादोपुर थाना क्षेत्र के मंगलपुर पुल के पास स्थित राजवाही गांव का है. मृतक की पहचान जादोपुर थाना क्षेत्र के मशान थाना गांव निवासी झूलन यादव के 26 वर्षीय बेटा सुनील यादव के रूप में की गई है.

बाइक सवार से हुआ था झगड़ा: घटना के बारे में बताया जाता है कि सुनील बाइक पर सवार होकर मंगलपुर की तरफ गया था. इसी बीच गोपालगंज और बेतिया जिले के बॉर्डर पर राजवाही गांव के पास एक अन्य बाइक सवार के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो गया. परिजनों का आरोप है कि अज्ञात बाइक सवार ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी. वहीं, बॉर्डर पर मौजूद बेतिया जिले के नौतन थाना की डायल 112 की पुलिस टीम को इसकी सूचना मिली. जिसके बाद मौके पर पहुंची डायल 112 के टीम घायल युवक को लेकर तत्काल बेतिया सदर अस्पताल पहुंची लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

डायल 112 की टीम पर उतारा गुस्सा: वहीं परिजनों ने डायल 112 की टीम पर भी गुस्सा जाहिर किया है. परिजनों का कहना है कि सूचना पाकर हमलोग बेतिया अस्पताल पहुंचे. जहां डॉक्टर ने सुनील को मृत घोषित कर दिया. मौत की जानकारी मिलने के बाद डायल 112 के पुलिसकर्मी भागने लगे. हम लोगों ने उनसे एंबुलेंस बुलाने की मांग की लेकिन नहीं बुलाया. परिजनों के मुताबिक पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है.

"राजनीति कारणों से सुनील की गला दबाकर हत्या की गई है. इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. साथ ही पुलिसकर्मियो की भूमिका की भी जांच कर कार्रवाई की जाए, क्योंकि पुलिस की भूमिका हमें संदिग्ध लग रही है."- मृतक के परिजन

'राजनीतिक रंजिश में हत्या': युवा आरजेडी के जिलाध्यक्ष दिवाकर यादव ने इसे राजनीतिक हत्या करार दिया है. उन्होंने कहा, 'सुनील कुमार यादव मशान थाना पंचायत के राजद पंचायत अध्यक्ष थे. उनकी हत्या राजनीतिक कारणों से हुई है. लिहाजा हम लोग दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं. साथ ही डायल 112 के पुलिसकर्मी की मिलीभगत की भी जांच हो.'

क्या बोले गोपालगंज एसपी?: वहीं, पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने मौत को संदिग्ध बताते हुए जांच का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा, 'मामला संदिग्ध लग रहा है. एक्सीडेंट की संभावना दिख रही है. फिलहाल परिजनों के आवेदन पर अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत के कारणों का पता चलेगा. एफएसएल की टीम ने विजिट किया है.'

कौन थे मृतक सुनील?: जानकारी के मुताबिक सुनील यादव राष्ट्रीय जनता दल के गोपालगंज जिले के मशान थाना पंचायत के पंचायत अध्यक्ष थे. वह पिछले दस वर्षों से बीडीसी थे. नवंबर महीने में उनकी शादी होने वाली थी. आरजेडी के कई बड़े नेताओं के साथ उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर आती रहती थी.

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