सहारनपुरः खनन कारोबारी और बसपा सरकार में एमएलसी रहे हाजी इकबाल के तत्कालीन इंस्पेक्टर की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. मिर्जापुर में तैनात रहे इंस्पेक्टर ने एक लाख के इनामी हाजी इकबाल के लिए अपने पद का दुरुपयोग करते हुए बेनामी संपत्ति जबरन अपनी पत्नी के नाम कराई थी. कोर्ट के आदेश पर दूसरा मुकदमा निलंबित इंस्पेक्टर नरेश कुमार दर्ज किया गया है.
बता दें कि मिर्जापुर के तत्कालीन इंस्पेक्टर नरेश कुमार ने पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल की बेनामी संपत्ति को अपनी पत्नी के नाम करा लिया था. शिकायत मिलने पर इंस्पेक्टर नरेश कुमार के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई के साथ ही थाना मिर्जापुर व सदर बाजार में मुकदमा दर्ज किया गया है. अब नरेश कुमार पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है.
रोशन लाल निवासी गांव सिकंदरपुर ने नरेश कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था. शनिवार को मिर्जापुर पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर निलंबित इंस्पेक्टर नरेश कुमार और उसकी पत्नी राजरानी के खिलाफ तहत मुकदमा दर्ज किया है. पीड़ित ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि निलंबित इंस्पेक्टर नरेश कुमार उसके घर पहुंचा और जमीन अपने नाम कराने की बात कही. इंस्पेक्टर ने अपने पद का दुरुपयोग कर उसे पकड़कर थाने ले गया ओर दो दिन हवालात में बंद रखा. साथ ही धमकी दी कि या तो जमीन हमारे नाम कर दे वरना फर्जी मुकदमें में फंसाकर परिवार सहित जेल भेज देगा. रोशनलाल ने बताया कि नरेश कुमार उसे लेकर बेहट तहसील पहुंचे, जहां गन पाइंट पर लेकर धमकी दी कि जैसा कहा जा रहा है, वैसा कर दे वरना एंकाउंटर कर जान से मार देंगे. डर की वजह से इंस्पेक्टर नरेश कुमार ने जैसा बोला वैसा कर दिया. जमीन पत्नी के नाम बैनामा कराने के बाद धमकी दी कि अगर कोई कार्रवाई की तो जिंदा नहीं छोड़ेंगे.