दंतेवाड़ा : दंतेवाड़ा में लोन वर्राटू से प्रभावित होकर दो नक्सलियों ने हथियार डाले हैं. एसपी दन्तेवाड़ा गौरव राय और एएसपी रामकुमार बर्मन के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के साथ साथ '' लोन वर्राटू '' यानी घर वापस आईये अभियान जिले में चलाया जा रहा है. जिससे प्रभावित होकर बड़ी संख्या में नक्सली घर वापसी कर रहे हैं. इसी कड़ी में दो नक्सलियों ने घर वापसी की है.सरेंडर करने वाले नक्सलियों के मुताबिक वो समाज की मुख्य धारा से जुड़ना चाहते हैं.
नक्सली हिंसा से तंग आकर सरेंडर : सरेंडर करने वाले नक्सलियों ने बताया कि नक्सली संगठन में उनके साथ शोषण, अत्याचार और बाहरी नक्सली भेदभाव करते थे. नक्सली संगठन अपने ही आदिवासी भाइयों को मारने के लिए प्रेरित करते थे.जिससे तंग आकर दोनों ने मुख्य धारा में जुड़ने का फैसला किया और आत्म समर्पण किया है.
''आत्मसमर्पित नक्सलियों को छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास योजना के तहत मिलने वाली सभी प्रकार के लाभ दिए जाएंगे. लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 170 ईनामी नक्सलियों सहित कुल 669 नक्सलियों ने सरेंडर किया है.''- गौरव राय,एसपी
कौन हैं सरेंडर करने वाले नक्सली ? : समर्पित नक्सली इन्द्रावती एरिया कमेटी और मलांगेर एरिया कमेटी की प्रतिबंधित नक्सली संगठन में काम कर चुके हैं. जिसमें रमेश राणा डीएकेएमएस उपाध्यक्ष हांदावाड़ा स्कूलपारा थाना बारसूर का रहने वाला है. जबकि दूसरा गोण्डेरास पंचायत जीआरडी सदस्य मुचाकी मुया गोण्डेरास नेडीपारा थाना फुलबगड़ी जिला सुकमा का निवासी है. मुचाकी मुया ने आठ फरवरी को पुलिस उप महानिरीक्षक दन्तेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप, एसपी गौरव राय के सामने डीआरजी ऑफिस दन्तेवाड़ा में आत्मसमर्पण किया.