सरगुजा: जिले के दरिमा स्थित आदिवासी छात्रावास में कक्षा आठवीं के छात्र के आत्महत्या मामले में कांग्रेस ने जांच टीम रविवार को भेजा था. जांच टीम ने मौके पर जाने के बाद कई आरोप लगाए हैं. कांग्रेस ने इस आत्महत्या के लिए सीधे तौर पर पूरे आदिवासी विकास विभाग को दोषी ठहराया है. साथ ही कहा है कि सिर्फ छात्रावास अधीक्षक को निलंबित किया जाना पर्याप्त नहीं है. मण्डल संयोजक और सहायक आयुक्त पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.
जांच दल का आरोप: जांच के बाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने कहा," मृत छात्र के परिजन, छात्रावास के बच्चों, निलंबित छात्रावास अधीक्षक, संबंधित स्कूल की प्रधान पाठिका साहित स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों से हमने बातचीत की. इन सबके बयान के बाद यह स्पष्ट है कि रविवार के बाद से मृतक मुकेश तिर्की पेट दर्द से स्कूल नहीं गया था. बुधवार की दोपहर उसकी लाश हॉस्टल के कमरे में पड़ी मिली. बच्चों ने बताया कि अधीक्षक हॉस्टल में नहीं रहते थे. घटना के दिन स्कूल से लौटने के बाद मृतक के साथ पढ़ने वाले छात्रों ने दरवाजा खोल कर शव को फंदे से नीचे उतारा था. निलंबित अधीक्षक भूपेश कश्यप के मुताबिक जब बच्चे अस्पताल में इसकी सूचना देने गए, तब वहां एक भी स्टाफ वहां नहीं था. आनन-फानन में कमरा नं. पांच में रहने वाले सभी छात्रों को घर भेज दिया गया."
जांच दल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को सौंपेगी रिपोर्ट: कांग्रेस की जांच दल ने कहा कि, "जब टीम मौके पर पहुंची तो निलंबित अधीक्षक होस्टल के सारे रिकॉर्ड लेकर घर पर थे. मांगने के कई घंटे बाद वे आधे-अधूरे दस्तावेज के साथ उपस्थित हुए. मासूम मुकेश तिर्की की आत्महत्या के लिए एसडीएम और आदिवासी विकास विभाग द्वारा भी जांच की जा रही है. मृतक मुकेश के स्कूल की प्रधान पाठक ने इस बात की पुष्टि की कि तीन दिनों से वो पेट दर्द के कारण स्कूल नहीं जा रहा था. हॉस्टल का वातवरण कुछ ठीक नहीं था. कई बार छात्रों के न आने पर शिक्षक को हॉस्टल भेजा जाता था. पर अधीक्षक का सहयोग नहीं मिलता था. कांग्रेस की जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है. ये टीम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को ये रिपोर्ट सौंपेगी. साथ ही जिला पंचायत की शिक्षा समिति सभी हॉस्टलों की जांच करा कर लापरवाह अधीक्षकों और अधिकारियों पर कार्रवाई करेगी."
टीम का मंडल संयोजक पर आरोप: मामले में कांग्रेस दल का आरोप है कि छात्रावास के निरीक्षण की जिम्मेदारी मंडल संयोजक की है. मगर मंडल संयोजक पिछले 3 माह में एक भी बार छात्रावास का निरीक्षण करने नहीं पहुंचे हैं. कारण पूछने पर उन्होंने साफ कहा कि मुझे और भी काम है. प्रधानमंत्री जन मन योजना के बाद अब महतारी वंदन में ड्यूटी लगाई गई है. इससे समय ही नहीं मिल पाता है. पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव और शिक्षा समिति के अध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंह देव के निर्देश पर कांग्रेस की जांच टीम ने छात्रावास, स्कूल और स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया. इस जांच टीम में जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश गुप्ता, जिपं सदस्य अनिमा केरकेट्टा, जनपद अध्यक्ष ननकी सिंह, उपाध्यक्ष विशुन दास, प्रवक्ता आशीष वर्मा, दरिमा, बकालो और करजी के सरपंच जांच टीम में शामिल थे.