सरगुजा: अनामिका चौबे बास्केटबॉल की उभरती खिलाड़ी है. 13 साल की उम्र में उसने कई मेडल अपने नाम किए हैं. हाल ही में अनामिका चौबे ने राष्ट्रीय सब जूनियर बास्केटबॉल प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल कर सरगुजा का नाम रोशन किया है. अनामिका कहती हैं कि बचपन से ही उनका लगाव बास्केटबॉल के खेल के प्रति रहा है. जैसे जैसे उसकी उम्र बढ़ती गई. इस खेल के प्रति उसकी दीवानगी भी बढ़ती चली गई. इस खेल में वो अबतक कई मेडल अपने नाम कर चुकी है. स्टेट गेम्स दो बार ब्रॉन्ज मेडल भी हासिल कर चुकी है.
बॉस्केटबॉल की उभरती खिलाड़ी अनामिका चौबे: सरगुजा में शुरू किये गये टैलेंट सर्च प्रोग्राम ने खिलाड़ियों में बड़ा बदलाव लाया है. इस प्रोग्राम के तहत सरगुजा में प्रतिभावान खिलाडियों की खोज की गई और उनको प्रशिक्षण दिया गया. टैलेंट सर्च से निकले खिलाड़ी अब स्टेट लेवल पर बड़ा कमाल कर रहे हैं. यहां से ट्रेंड होकर निकले खिलाड़ी अलग अलग सेक्टरों में सरकारी नौकरी भी कोटे से पा चुके हैं.
मेरा टारगेट बास्केटबॉल के खेल में और बेहतर प्रदर्शन करना है. :अनामिका चौबे, खिलाड़ी, बास्केटबॉल
तीन साल से मेरे पास ट्रेनिंग ले रही है. अभी नेशनल स्कूल गेम में गोल्ड मेडल जीता है. इससे पहले दो बार स्टेट में ब्रॉन्ज मेडल भी जीत चुकी है. 67 वीं राष्ट्रीय स्कूल क्रीड़ा प्रतियोगिता राजनांदगांव में सब जूनियर वर्ग में भी गोल्ड मेडल जीता है :राजेश सिंह,कोच
खिलाड़ी पा चुके हैं सरकारी नौकरी: टैलेंट सर्च के जरिए निकले कई खिलाड़ी अबतक सरकारी नौकरी भी पा चुके हैं. तीन खिलाड़ियों को तो रेलवे में नौकरी मिली है. 1 खिलाड़ी ने एनआईएस सर्टिफिकेट प्राप्त कर लिया है. जबकी कई बच्चे बेहतरी प्रदर्शन कर जिले और संभाग का नाम रोशन कर रहे हैं.
खेलो इंडिया में भी दिखा चुके हैं दम: राष्ट्रीय ओपन गेम में जिले से 2008 गर्ल्स प्लेयर औऱ 168 ब्वॉयज प्लेयर खेल चुके हैं. 6 लड़कियों ने खेलो इंडिया में प्रदर्शन किया है. राष्ट्रीय स्तर के स्कूल गेम में सरगुजा से 83 गर्ल्स प्लेयर्स और 69 ब्वॉयज प्लेयर्स खेल चुके हैं. इसी तरह राज्य स्तर की प्रतियोगिता में खेलने वाले बच्चों की संख्या काफी अधिक है.