लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर ने अपने एक साक्षात्कार में अटल बिहारी बाजपेई इकाना स्टेडियम को लेकर बयान देकर खेलों में सियासत को हवा दे दी है. एक डिजिटल प्लेटफार्म पर दिए गए अपने इंटरव्यू में सुरेश रैना ने लखनऊ स्टेडियम के निर्माण का श्रेय अखिलेश यादव को दिया है और कहा कि उनको अखिलेश यादव ने इनाम भी दिया था. सुरेश रैना के इस बयान को लेकर सियासी हलकों में चर्चा आम हो गई है. सोशल मीडिया पर रैना को बयान को लेकर अलग अलग तरह के विचार व्यक्त किए जा रहे हैं. लखनऊ के पूर्व क्रिकेटर भी इस पर अपनी बात रख रहे हैं. सुरेश रैना का यह बयान तब आया है जब कुछ समय पहले उनके बीजेपी से गाजियाबाद सीट पर टिकट दिए जाने की चर्चा की जा रही थी. कुछ लोग यह कयास लगा रहे हैं कि टिकट न मिलने को लेकर रैना अब बीजेपी सरकार से खफा हैं और समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव के प्रति समर्थन जता रहे हैं.
सुरेश रैना गाजियाबाद के मोदी नगर के रहने वाले हैं. लंबे समय तक भारतीय टीम से जुड़कर शानदार प्रदर्शन करने वाले रैना ने ठीक उसी दिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था, जिस दिन एमएस धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा था. यह बात अलग है कि रैना ने धोनी की तरह आईपीएल खेलना जारी नहीं रखा था. बीजेपी के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि सुरेश रैना लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के आला नेताओं के संपर्क में थे. उनको गाजियाबाद से जनरल वीके सिंह की जगह बीजेपी का टिकट मिलने की संभावना भी जताई जा रही थी मगर ऐसा हुआ नहीं. गाजियाबाद में चुनाव से पहले सुरेश रैना का यह बयान सामने आ गया है.
रैना ने एक डिजिटल प्लेटफार्म पर दिए गए इंटरव्यू में कहा है कि लखनऊ में अखिलेश यादव ने स्टेडियम बनाया है. अखिलेश भाई के पिता जी भी क्रिकेट के बहुत शौकीन थे. अखिलेश यादव ने स्पोर्ट्स में लोगों बहुत बढ़ावा दिया है. मुझको भी अपनी सरकार के दौरान इनाम दिया था. रैना का यह बयान आते ही सोशल मीडिया पर तर्क वितर्क शुरू हो गए हैं. समाजवादी पार्टी के समर्थकों ने लिखा कि नाम बदल देने से किसी का काम नहीं बदल जाता है.
दूसरी ओर भाजपा के समर्थकों ने इस मुद्दे पर कहा कि अखिलेश ने स्टेडियम बनाया नहीं था बल्कि एक निजी कंपनी को बेच दिया है. पूर्व क्रिकेटर अशोक बांबी का कहना है किक्रेटरों को राजनैतिक बयानबाजी से दूर रहना चाहिए. यहां तक की उनको नेताओं से भी दूरी बनानी चाहिए. अशोक बांबी ने मांग की है कि सरकार को अटल बिहारी बाजपेई इकाना स्टेडियम के अलग अलग स्टैंड का नामकरण यूपी के प्रख्यात पूर्व क्रिकेटरों के नाम पर कर देना चाहिए. वरिष्ठ पत्रकार राघवेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि इसमें कोई शक नहीं है कि स्टेडियम बहुत अच्छा है मगर सुरेश रैना को इसे किसी राजनैतिक दल या व्यक्ति से नहीं जोड़ना चाहिए था.
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