नई दिल्ली: जमात-ए-इस्लामी हिंद के उपाध्यक्ष मलिक मोहतसिम खान ने आरोप लगाया कि भारत में हाल के चुनावों के दौरान मुसलमानों और समाज के हाशिए पर रह रहें वर्गों को निशाना बनाकर मतदान से रोका जा रहा है. उन्होंने कहा कि हम ऐसी घटनाओं की निंदा करते हैं. जमात के उपाध्यक्ष ने कहा मीडिया रिपोर्टों से पता चलता है कि उत्तर प्रदेश के संभल जिले में, कम से कम चार मुस्लिम- बहुल गांवों के लोगों ने शिकायत की हैं कि राज्य पुलिस ने मतदान केंद्रों पर अकारण लाठीचार्ज किया, जिसके परिणामस्वरूप सैकड़ों मतदाता घायल हो गए.
मलिक ने कहा कि, "फर्रुखाबाद लोकसभा क्षेत्र के अलीगंज विधानसभा क्षेत्र के साथ-साथ आंवला लोकसभा क्षेत्र में भी कथित तौर पर कई योग्य मतदाताओं को वोट डालने से रोका गया." इसके अलावा, कन्नौज लोकसभा क्षेत्र के रसूलाबाद विधानसभा क्षेत्र में फर्जी मतदान की अन्य चौंकाने वाली खबरें भी सामने आई हैं.
निर्दोष मतदाताओं पर यह पुलिस कार्रवाई चुनावी प्रक्रिया में स्वतंत्र रूप से भाग लेने के नागरिकों के बुनियादी लोकतांत्रिक अधिकार को कमजोर करती है. लोकतंत्र में, यह आवश्यक है कि प्रत्येक नागरिक को, उनकी पृष्ठभूमि या धारणा के बावजूद, बिना किसी डर या बाधा के अपना वोट डालने के लिए प्रोत्साहित किया जाए और सुविधा प्रदान की जाए. जमात-ए-इस्लामी हिंद के उपाध्यक्ष मलिक मोहतसिम खान
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चुनाव के दौरान कई जगहों पर देखा जा रहा है कि मुसलमानों और अन्य हाशिए पर रहने वाले समुदायों को लक्षित किया जाता है और उन्हें मताधिकार से वंचित कर दिया जाता है. जमाअत-ए-इस्लामी हिंद भारत के चुनाव आयोग से इन घटनाओं की गहन जांच करने और तत्काल सुधारात्मक उपाय करने की मांग करती है. ताकि भविष्य के चुनावी चरणों में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो. बता दे कि देश में लोकसभा चुनाव सात चरणों में कराया जा रहा है जिसमें से चार चरण का समापन हो गया है और आगामी तीन चरण बाकी है जो आने वाले 20 मई 25 मई और 1 जून को होने वाले हैं वहीं चुनाव परिणाम 4 जून को घोषित किए जाएंगे.
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