लोहरदगा : राज्य सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीद की योजना का लोहरदगा में काफी बुरा हाल है. किसान धान बेचने लैंपस नहीं पहुंच रहे हैं. इसे देखते हुए जिला आपूर्ति विभाग ने जरूरी कदम उठाया. विभाग से जुड़े अधिकारियों, लैंपस के अधिकारियों व अन्य लोगों को योजना के बारे में जानकारी दी गयी.
दो फीसदी से भी कम हुई धान खरीदारी
राज्य सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीद के लिए जिले में छह धान खरीद क्रय केंद्र खोले गये हैं. इसके बावजूद किसान धान बेचने के लिए धान क्रय केंद्र नहीं पहुंच रहे हैं. स्थिति यह है कि लोहरदगा जिले में अब तक 2 फीसदी से भी कम धान की खरीदारी हुई है. इस बार लोहरदगा जिले में 250000 क्विंटल धान खरीद का लक्ष्य रखा गया था. जबकि अब तक मात्र 3325 क्विंटल धान ही खरीदा जा सका है. इसके बाद जिला आपूर्ति विभाग ने नगर भवन में कार्यशाला का आयोजन किया. इस कार्यशाला में प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी, लैंपस पदाधिकारी, जन वितरण प्रणाली दुकानदार एवं अन्य को आमंत्रित कर धान अधिप्राप्ति से संबंधित योजना एवं आपूर्ति विभाग की अन्य योजनाओं की जानकारी दी गयी.
सरकारी योजनाओं की जानकारी देना उद्देश्य
जिला आपूर्ति पदाधिकारी ज्ञान शंकर जयसवाल ने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य आम लोगों को सरकारी योजनाओं की जानकारी देना है. संबंधित पदाधिकारी सरकार से प्राप्त निर्देशों एवं सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाने का काम करेंगे. उन्होंने किसानों से भी अपील करते हुए कहा कि यह सरकार की काफी बेहतर योजना है. धान अधिप्राप्ति केन्द्र में धान बेचकर किसान अधिक पैसा प्राप्त कर सकते हैं. इसके अलावा सरकार की अन्य योजनाओं की भी जानकारी दी गयी.
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