भिलाई: भिलाई स्टील प्लांट की ओर से आयोजित ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर का रंगारंग समापन हो गया. कार्यक्रम में भिलाई शहर के 2700 से ज्यादा बच्चों ने हिस्सा लिया. आयोजन का मकसद बच्चों को फिट रखने और बच्चों में खेल भावना के जरिए अनुशासन लाने कोशिश थी. आयोजन में विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रभारी निदेशक अनिर्बान दासगुप्ता मौजूद रहे.
ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर में बच्चों ने दिखाया दम: प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने आए बच्चों ने खेलों के जरिए अपना दम भी दिखाया. आयोजन के दौरान बच्चों ने जो मानव पिरामिड बनाया उसकी सभी लोगों ने जमकर तारीफ की. इसके अलावा सेल्फ डिफेंस और कुश्ती के खेल में भी बच्चों ने अपने हुनर का प्रदर्शन किया. जिन 2700 बच्चों ने शिविर में भाग लिया उनमें से करीब 150 बच्चे ऐसे हैं जिन्होने नेशनल लेवल पर खेलों में अपना जौहर दिखाया है.
बहुत खुशी की बात है कि हर साल होने वाले ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर में आने वाले बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है. खेल से बच्चों का विकास होता है. खेल हमें अनुशासन सिखाता है. और सबसे बड़ी बात है बच्चों को मोबाइल से भी दूर रखता है. खेल भावना से पढ़ाई भी बढ़िया होती है. हमारा नजरिया भी बेहतर होता है. बच्चों ने इस बार बड़ी मेहनत की है. सभी बच्चों को उनके बेहतर भविष्य के लिए मेरी शुभकामनाएं हैं. - अनिर्बान दासगुप्ता, प्रभारी निदेशक, भिलाई स्टील प्लांट
1977 से चल रहा है समर कोचिंग कैंप: साल 1977 से भिलाई स्टील प्लांट की ओर से समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है. जो आज भी जारी है. इस बार के आयोजन में छोटे छोटे बच्चों ने भी हिस्सा लिया. समर कैंप में आए खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा से लोगों को दांतों तले उंगिलयां दबाने को मजबूर कर दिया.