लक्सर: राय बहादुर नारायण सिंह शुगर मिल को पर्याप्त गन्ना न मिलने के कारण वर्तमान में पेराई सत्र बंद करने की तैयारी चल रही है. मिल को प्रतिदिन एक लाख तीस हजार क्विटल गन्ने की जरूरत है, जबकि इन दिनों उसका आधा गन्ना भी मिल को नहीं मिल पा रहा है. जिसके चलते शुगर मिल प्रबंधन ने मिल बंदी का पहला नोटिस जारी कर दिया है.
लक्सर शुगर मिल को सहकारी गन्ना विकास समिति लक्सर के अलावा ज्वालापुर, इकबालपुर व लिब्बरहेडी गन्ना समितियों द्वारा गन्ने की आपूर्ति की जाती है. इन समितियां से गन्ना खरीदने के लिए मिल द्वारा 101 गन्ना खरीद केंद्र बनाए गए हैं. गन्ना सीजन के अंतिम दौर में चलते गन्ने की आवक कम हो जाने पर तीन दर्जन गन्ना खरीद केंद्रों को बंद कर दिए गए हैं. मिल गेट तथा अन्य खरीद केंद्रों पर गन्ने की खरीद जारी है. मिल द्वारा चालू सत्र में अभी तक 81.76 लाख कुंतल गन्ने की पेराई की गई है.
जबकि गत वर्ष अभी तक 107.13 लाख कुंतल गन्ने की पेराई की गई थी. मिल के प्रधान प्रबंधक एसपी सिंह ने बताया कि पिछले तीन सप्ताह से अधिक समय से मिल को पर्याप्त गन्ना नहीं मिल पा रहा है. जबकि मिल गेट समेत गन्ना खरीद केंद्रों पर गन्ने की खरीद की जा रही है. इसके बावजूद भी मिल को 12 से 15 घंटे बंद करना पड़ रहा है. जिससे लगता है कि क्षेत्र के किसान अपना गन्ना शुगर मिल को आपूर्ति कर चुके हैं. किसानों के खेतों में जो गन्ना खड़ा है.
वह किसानों द्वारा बीज में इस्तेमाल करने के लिए रोका हुआ है. जिस पर शुगर मिल द्वारा लक्सर, ज्वालापुर, इकबालपुर, लिब्बरहेड़ी सहकारी गन्ना समितियों को मिल बंदी का पहला नोटिस जारी किया गया है. संभावना जताई गई है कि 13 मार्च तक किसानों के पूरे गन्ने की खरीद कर ली जाएगी. शुगर मिल के प्रधान गन्ना प्रबंधक पवन ढींगरा ने बताया कि गन्ने की भारी किल्लत की स्थिति हो गई है. मिल को आए दिन बारह से पंद्रह घंटे बंद करना पड़ रहा है. उन्होंने जिन किसानों के पास गन्ना शेष बचा है, उनसे शीघ्र गन्ने को मिल में डालने की अपील की है.
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