ETV Bharat / state

आईआईटी रुड़की में कुत्तों के आतंक से छात्र और प्रोफेसर परेशान, अब होने जा रहा ये काम

Dogs in IIT Roorkee आईआईटी यानी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की परिसर में कुत्ते कई छात्रों और प्रोफेसरों को काट चुके हैं. जिससे सभी परेशान और खौफजदा हैं. अब इन कुत्तों पर लगाम लगाने और नजर रखने के लिए खास काम किया जा रहा है. जानिए क्या हो रहा काम...

Dogs in IIT Roorkee
आईआईटी रुड़की में कुत्तों के आतंक से छात्र परेशान
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 8, 2024, 5:10 PM IST

रुड़की: बीते कई महीनों से आईआईटी रुड़की परिसर में कुत्तों का आतंक जारी है. आलम ये है कि कुत्ते क्लासरूम और कमरों में भी घुस रहे हैं. इतना ही नहीं कई बार छात्रों पर हमला भी कर चुके हैं. वहीं, कुत्तों के आतंक से परेशान आईआईटी छात्र कैंपस में प्रदर्शन भी कर चुके हैं. ऐसे में अब कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने के लिए आईआईटी रुड़की और पशु कल्याण बोर्ड एनजीओ के साथ मिलकर बड़ा काम करने जा रहे हैं. ताकि, इन कुत्तों पर लगाम लगाई जा सके.

एक रिपोर्ट की मानें तो आईआईटी यानी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की कैंपस में करीब 150 से ज्यादा कुत्ते मौजूद हैं. ये कुत्ते दिन-रात घूमते रहते हैं. लगातार शिकायतों मिलने के बाद अब जाकर आईआईटी इस दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रहा है. इसके तहत आईआईटी कैंपस में ही अब कुत्तों के खाने-पीने के लिए एक अलग से प्वॉइंट तैयार किया जा रहा है. जहां पर कुत्तों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था होगी.

इतना ही नहीं कुत्तों को एक माइक्रोचिप भी लगाई जाएगी. जो उसके बर्ताव और उसके आने-जाने का पूरा ट्रैक रिकॉर्ड रखेगी. इस दिशा में आईआईटी रुड़की के साथ पशुओं के लिए काम करने वाली एक अन्य एनजीओ और पशु कल्याण बोर्ड साथ में काम करेगा. रुड़की पशु चिकित्सालय में तैनात डॉक्टर रोहित बताते हैं कि लगातार आईआईटी रुड़की के परिसर में कुत्तों से जुड़ी खबरें आती रहती है. अब इस दिशा में सभी मिलकर कैंपस के अंदर ही उनके खाने-पीने का एक स्थान चिन्हित कर रहे हैं.

इसके साथ ही उनकी गर्दन या शरीर के किसी हिस्से में एक माइक्रोचिप भी लगाई जाएगी. जो यह बताएगी कि कुत्ता कहां पर है और उसका कैसा बर्ताव है? इसके बाद उम्मीद है उनके बर्ताव में बदलाव आएगा. कई बार कुत्ते भूखे होने की वजह से भी चिल्लाते या हमला करते हैं, लेकिन इस बात को शायद हम लोग नहीं समझ पाते हैं. अब उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द छात्रों और प्रोफेसर को कुत्ते से निजात मिल जाएगी.

एक आंकड़े के मुताबिक, जनवरी महीने में ही आईआईटी रुड़की परिसर में छात्र और प्रोफेसर को मिलाकर 20 लोगों को कुत्ते काट चुके हैं. आईआईटी परिसर में न केवल स्ट्रीट डॉग बल्कि, पालतू कुत्ते भी आतंक मचा रहे हैं. आईआईटी परिसर में डर का आलम इस कदर है कि छात्रों ने कैंपस के अंदर 'डॉग बाइट फ्री कैंपस' नाम से ग्रुप भी बना रखा था. जिसमें वो कुत्तों से जुड़ी हर जानकारी और उनके मूवमेंट के बारे में बातचीत करते थे.

ये भी पढ़ें-

रुड़की: बीते कई महीनों से आईआईटी रुड़की परिसर में कुत्तों का आतंक जारी है. आलम ये है कि कुत्ते क्लासरूम और कमरों में भी घुस रहे हैं. इतना ही नहीं कई बार छात्रों पर हमला भी कर चुके हैं. वहीं, कुत्तों के आतंक से परेशान आईआईटी छात्र कैंपस में प्रदर्शन भी कर चुके हैं. ऐसे में अब कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने के लिए आईआईटी रुड़की और पशु कल्याण बोर्ड एनजीओ के साथ मिलकर बड़ा काम करने जा रहे हैं. ताकि, इन कुत्तों पर लगाम लगाई जा सके.

एक रिपोर्ट की मानें तो आईआईटी यानी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की कैंपस में करीब 150 से ज्यादा कुत्ते मौजूद हैं. ये कुत्ते दिन-रात घूमते रहते हैं. लगातार शिकायतों मिलने के बाद अब जाकर आईआईटी इस दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रहा है. इसके तहत आईआईटी कैंपस में ही अब कुत्तों के खाने-पीने के लिए एक अलग से प्वॉइंट तैयार किया जा रहा है. जहां पर कुत्तों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था होगी.

इतना ही नहीं कुत्तों को एक माइक्रोचिप भी लगाई जाएगी. जो उसके बर्ताव और उसके आने-जाने का पूरा ट्रैक रिकॉर्ड रखेगी. इस दिशा में आईआईटी रुड़की के साथ पशुओं के लिए काम करने वाली एक अन्य एनजीओ और पशु कल्याण बोर्ड साथ में काम करेगा. रुड़की पशु चिकित्सालय में तैनात डॉक्टर रोहित बताते हैं कि लगातार आईआईटी रुड़की के परिसर में कुत्तों से जुड़ी खबरें आती रहती है. अब इस दिशा में सभी मिलकर कैंपस के अंदर ही उनके खाने-पीने का एक स्थान चिन्हित कर रहे हैं.

इसके साथ ही उनकी गर्दन या शरीर के किसी हिस्से में एक माइक्रोचिप भी लगाई जाएगी. जो यह बताएगी कि कुत्ता कहां पर है और उसका कैसा बर्ताव है? इसके बाद उम्मीद है उनके बर्ताव में बदलाव आएगा. कई बार कुत्ते भूखे होने की वजह से भी चिल्लाते या हमला करते हैं, लेकिन इस बात को शायद हम लोग नहीं समझ पाते हैं. अब उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द छात्रों और प्रोफेसर को कुत्ते से निजात मिल जाएगी.

एक आंकड़े के मुताबिक, जनवरी महीने में ही आईआईटी रुड़की परिसर में छात्र और प्रोफेसर को मिलाकर 20 लोगों को कुत्ते काट चुके हैं. आईआईटी परिसर में न केवल स्ट्रीट डॉग बल्कि, पालतू कुत्ते भी आतंक मचा रहे हैं. आईआईटी परिसर में डर का आलम इस कदर है कि छात्रों ने कैंपस के अंदर 'डॉग बाइट फ्री कैंपस' नाम से ग्रुप भी बना रखा था. जिसमें वो कुत्तों से जुड़ी हर जानकारी और उनके मूवमेंट के बारे में बातचीत करते थे.

ये भी पढ़ें-

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.