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संजौली मस्जिद विवाद को लेकर प्रदर्शन की वजह से छात्र हुए परेशान, परिजनों ने कहा- ये प्रशासन का फेलियर है - Sanjauli Masjid Vivad

Students And Parents faced problems due to Protest In Sanjauli: संजौली में आज हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन का आह्वान किया था. इसके बावजूद प्रशासन की ओर से क्षेत्र में स्कूलों को बंद करने का आदेश नहीं दिया गया था. जिसकी वजह से स्कूली छात्रों और अभिभावकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. पढ़िए पूरी खबर...

संजौली में प्रदर्शन की वजह से छात्र और परिजनों को हुई परेशानी
संजौली में प्रदर्शन की वजह से छात्र और परिजनों को हुई परेशानी (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Sep 11, 2024, 5:50 PM IST

Updated : Sep 11, 2024, 6:00 PM IST

शिमला: संजौली में कथित अवैध मस्जिद के विरोध में पहले से ही हिंदू संगठनों ने आज प्रदर्शन का ऐलान किया था. हालांकि, पुलिस प्रशासन ने दावा किया था कि संजौली क्षेत्र में जनजीवन सामान्य रहेगा. लेकिन दिन चढ़ते के साथ ही संजौली में हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी मस्जिद के पास तक पहुंच गए. जिससे मौके पर तनाव का माहौल हो गया. इसको देखते हुए पुलिस प्रशासन ने शहर में गाड़ी और लोगों को आने से रोक दिया. जिसकी वजह से स्कूल में 12 और 1बजे छुट्टी होने के बाद भी बच्चे 4 बजे तक विद्यालय में ही बैठे रहे. जिसको लेकर परिजनों ने नाराजगी जताई है.

संजौली में प्रदर्शन होने की वजह से स्कूल में छुट्टी होने के बाद भी बच्चे अपने घर नहीं पहुंचे, जिससे परिजन चिंतित दिखाई दिए. हालांकि, प्रशासन ने दावा किया था कि आज संजौली में जनजीवन पूरी तरह से सामान्य रहेगा. साथ ही प्रशासन की ओर से स्कूल को बंद करने का भी कोई आदेश नहीं दिया गया था. ऐसे में अन्य दिनों की तरह आज भी छात्र-छात्रा सुबह स्कूल चले गए. लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया. संजौली में प्रदर्शनकारियों का हुजूम उमड़ पड़ा. जिसके बाद पुलिस ने शहर में गाड़ी और लोगों को आने रोक दिया. जिसकी वजह से छुट्टी होने बावजूद बच्चे स्कूलों में फंसे रहे. वहीं, परिजन भी बच्चों को समय पर स्कूल नहीं पहुंच पाए. ऐसे में परिजनों ने प्रशासन पर अपनी नाराजगी जाहिर की.

एक महिला परिजन ने कहा, "संजौली में प्रदर्शन की वजह से परिजन अपने बच्चों को लेने स्कूल नहीं पहुंच पाए, जिससे परिजनों को अपने बच्चे को चिंता सताने लगी. डीसी को जब पता था आंदोलन होना है तो, उन्होंने स्कूल बंद करने के आदेश क्यों नहीं दिए. प्रदर्शन के दौरान स्कूल खुला होने के कारण छात्रों और परिजन दोनों को भारी परेशानी हुई है".

वहीं, एक बुजुर्ग अपने पोते को स्कूल से वापस लाते वक्त काफी परेशान दिखें. बुजुर्ग ने कहा, "इस उम्र में मुझे बच्चे को पैदल लेकर जाना पड़ रहा है. पुलिस प्रशासन को यह नहीं दिख रहा है. बच्चे और हम लोग परेशान हो रहे हैं".

बता दें कि इन दिनों संजौली में अवैध मस्जिद को लेकर पूरे प्रदेश में माहौल गरम है. हिंदू संगठनों ने आज संजौली में बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी थी. जिसको देखते हुए पुलिस प्रशासन ने पहले से ही तैयारियां कर ली थी. संजौली में भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई. साथ ही संजौली क्षेत्र में धारा 163 लगाई गई थी. जिसके अनुसार एक जगह 5 या 5 से अधिक लोगों के जमा होने पर रोक होता है. इसके बावजूद अवैध मस्जिद निर्माण के खिलाफ बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी संजौली में जुट गए.

इस दौरान पुलिस ने बैरिकेट्स लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने बेरिकेड्स को तोड़ दिया. मौके पर प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई. कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया. जिससे वहां अफरा-तफरी का माहौल हो गया. इस अफरा-तफरी में 6 पुलिसकर्मी और 5 सिविलियन घायल हो गए. इन सभी का आईजीएमसी शिमला में उपचार किया जा रहा है. अभी भी संजौली में प्रदर्शनकारी डटे हुए हैं. वहीं, मौके पर बड़ी संख्या पुलिस बल तैनात हैं. उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप और एसपी शिमला संजीव गांधी भी मौके पर मौजूद हैं.

ये भी पढ़ें: कौन हैं कमल गौतम, संजौली में प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने किया था डिटेन...सरकारी नौकरी से धो चुके हैं हाथ

शिमला: संजौली में कथित अवैध मस्जिद के विरोध में पहले से ही हिंदू संगठनों ने आज प्रदर्शन का ऐलान किया था. हालांकि, पुलिस प्रशासन ने दावा किया था कि संजौली क्षेत्र में जनजीवन सामान्य रहेगा. लेकिन दिन चढ़ते के साथ ही संजौली में हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी मस्जिद के पास तक पहुंच गए. जिससे मौके पर तनाव का माहौल हो गया. इसको देखते हुए पुलिस प्रशासन ने शहर में गाड़ी और लोगों को आने से रोक दिया. जिसकी वजह से स्कूल में 12 और 1बजे छुट्टी होने के बाद भी बच्चे 4 बजे तक विद्यालय में ही बैठे रहे. जिसको लेकर परिजनों ने नाराजगी जताई है.

संजौली में प्रदर्शन होने की वजह से स्कूल में छुट्टी होने के बाद भी बच्चे अपने घर नहीं पहुंचे, जिससे परिजन चिंतित दिखाई दिए. हालांकि, प्रशासन ने दावा किया था कि आज संजौली में जनजीवन पूरी तरह से सामान्य रहेगा. साथ ही प्रशासन की ओर से स्कूल को बंद करने का भी कोई आदेश नहीं दिया गया था. ऐसे में अन्य दिनों की तरह आज भी छात्र-छात्रा सुबह स्कूल चले गए. लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया. संजौली में प्रदर्शनकारियों का हुजूम उमड़ पड़ा. जिसके बाद पुलिस ने शहर में गाड़ी और लोगों को आने रोक दिया. जिसकी वजह से छुट्टी होने बावजूद बच्चे स्कूलों में फंसे रहे. वहीं, परिजन भी बच्चों को समय पर स्कूल नहीं पहुंच पाए. ऐसे में परिजनों ने प्रशासन पर अपनी नाराजगी जाहिर की.

एक महिला परिजन ने कहा, "संजौली में प्रदर्शन की वजह से परिजन अपने बच्चों को लेने स्कूल नहीं पहुंच पाए, जिससे परिजनों को अपने बच्चे को चिंता सताने लगी. डीसी को जब पता था आंदोलन होना है तो, उन्होंने स्कूल बंद करने के आदेश क्यों नहीं दिए. प्रदर्शन के दौरान स्कूल खुला होने के कारण छात्रों और परिजन दोनों को भारी परेशानी हुई है".

वहीं, एक बुजुर्ग अपने पोते को स्कूल से वापस लाते वक्त काफी परेशान दिखें. बुजुर्ग ने कहा, "इस उम्र में मुझे बच्चे को पैदल लेकर जाना पड़ रहा है. पुलिस प्रशासन को यह नहीं दिख रहा है. बच्चे और हम लोग परेशान हो रहे हैं".

बता दें कि इन दिनों संजौली में अवैध मस्जिद को लेकर पूरे प्रदेश में माहौल गरम है. हिंदू संगठनों ने आज संजौली में बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी थी. जिसको देखते हुए पुलिस प्रशासन ने पहले से ही तैयारियां कर ली थी. संजौली में भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई. साथ ही संजौली क्षेत्र में धारा 163 लगाई गई थी. जिसके अनुसार एक जगह 5 या 5 से अधिक लोगों के जमा होने पर रोक होता है. इसके बावजूद अवैध मस्जिद निर्माण के खिलाफ बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी संजौली में जुट गए.

इस दौरान पुलिस ने बैरिकेट्स लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने बेरिकेड्स को तोड़ दिया. मौके पर प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई. कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया. जिससे वहां अफरा-तफरी का माहौल हो गया. इस अफरा-तफरी में 6 पुलिसकर्मी और 5 सिविलियन घायल हो गए. इन सभी का आईजीएमसी शिमला में उपचार किया जा रहा है. अभी भी संजौली में प्रदर्शनकारी डटे हुए हैं. वहीं, मौके पर बड़ी संख्या पुलिस बल तैनात हैं. उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप और एसपी शिमला संजीव गांधी भी मौके पर मौजूद हैं.

ये भी पढ़ें: कौन हैं कमल गौतम, संजौली में प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने किया था डिटेन...सरकारी नौकरी से धो चुके हैं हाथ

Last Updated : Sep 11, 2024, 6:00 PM IST
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