पटनाः औरंगाबाद जिले के नवीनगर की बहुचर्चित नाबालिग छात्रा की हत्या मामले में पुलिस ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है. पुलिस अधीक्षक के अनुसार, छात्रा का सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या की गई थी. सबूत मिटाने के लिए हत्यारों ने छात्रा के शव को नवीनगर से 40 किलोमीटर दूर इंद्रपुरी डैम में फेंक दिया था. पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. गिरफ्तार आरोपी सगे भाई हैं.
इनकी हुई गिरफ्तारीः पकड़े गए हत्यारोपियों की पहचान नवीनगर थाना क्षेत्र के कोसडिहरा गांव निवासी दिलीप सिंह के पुत्र धर्मेन्द्र कुमार सिंह एवं राकेश कुमार सिंह के रूप में की गई है. घटना में प्रयुक्त इनके पास से एक ऑल्टो कार को भी जब्त किया गया है. इससे पहले भी पुलिस इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिसमें छात्रा का कथित बॉयफ्रेंड, उसकी सहेली और सहेली की मां शामिल थीं.
"नाबालिग छात्रा हत्याकांड के दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पूछ-ताछ में इन दोनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. नाबालिग छात्रा के साथ इन दोनों आरोपियों ने पहले दुष्कर्म किया और इसके बाद उसकी हत्या कर दी."- स्वप्ना गौतम मेश्राम, एसपी
पुलिस पर लापरवाही के आरोपः एसपी ने बताया कि सुबूत मिटाने के लिए दोनों अपराधियों ने शव को कार से इंद्रपुरी बराज के समीप नहर में फेंक दिया. हत्यारे इतने शातिर थे कि शव को उन्होंने रोहतास जिले के इंद्रपुरी थाना क्षेत्र में फेंका था. इंद्रपुरी थाना ने लावारिस समझ कर सदर हॉस्पिटल सासाराम भेजवा दिया था. जहां से पोस्टमार्टम के दौरान छात्रा के जिंस पैंट से निकले पर्ची पर उसके पिताजी का फोन नम्बर लिखा हुआ था. जिससे उसकी पहचान हो सकी थी. परिजन शुरू से ही पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगा रहे थे.