पटनाः तीसरे चरण की बीपीएससी शिक्षक बहाली परीक्षा के लिए 5 सेट में प्रश्न पत्र तैयार किया जाएगा. बीपीएससी के द्वारा इसकी जानकारी दिए जाने के बाद छात्र नेता दिलीप कुमार ने बीपीएससी पर बड़ा आरोप लगाया. कहा है कि पेपर लीक रोकने के लिए नहीं बल्कि पेपर लीक से ध्यान भटकाने के लिए इस बार क्वेश्चन के चार-पांच सेट तैयार करने की तैयारी है.
"आयोग के अध्यक्ष प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहते हैं कि तीसरे चरण की शिक्षक बहाली परीक्षा में क्वेश्चन पेपर के कई सेट तैयार कराया जा रहे हैं. लेकिन वह बरगला रहे हैं क्योंकि पहले भी क्वेश्चन पेपर के चार से पांच सेट तैयार होते रहे हैं. इस बार नया जरूर है कि अलग-अलग प्रिंटिंग प्रेस से क्वेश्चन छपवाए जा रहे हैं लेकिन क्या भरोसा की परीक्षा माफिया इन प्रिंटिंग प्रेस से क्वेश्चन आउट न करा लें." -दिलीप कुमार, छात्र नेता
पेन ड्राइव का कोड देने वाला अधिकारी कौन है? दिलीप ने कहा कि आयोग के अध्यक्ष रवि मनु भाई परमार सिर्फ पेपर लीक में लिप्त आयोग के अधिकारियों और कर्मचारियों को बचाने का प्रयास कर रहे हें. 15 मार्च को जो परीक्षा रद्द हुई उसमें यह पता चला था कि पेन ड्राइव का कोड परीक्षा माफियाओं को बताया गया था. सवाल है कि वह कौन अधिकारी है जिसने माफियाओं को पेन ड्राइव का कोड दिया था.
'अपने अधिकारी को बचा रहा है आयोग': दिलीप कुमार ने कहा कि ऐसे में क्या भरोसा की इस परीक्षा में परीक्षा माफियाओं के पास कोड उपलब्ध न हो जाए. आयोग के अध्यक्ष अपने कर्मचारियों और अधिकारियों को बचाने के लिए इस परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन और परसेंटाइल की बातें कर रहे हैं.
पकड़ गए अभ्यर्थी वंचित क्यों नहीं हुए? आयोग के अध्यक्ष ने कहा था कि पेपर लीक में अब जो परीक्षार्थी पकड़े जाएंगे उन्हें परीक्षाओं से वंचित कर दिया जाएगा लेकिन आयोग के अध्यक्ष झूठ कह रहे थे. इनकी बातों पर अभ्यर्थियों को भरोसा नहीं है. तीसरे चरण की शिक्षक बहाली परीक्षा में हजारीबाग में जो 270 अभ्यर्थी पकड़े गए थे जो पहले से प्रश्न पत्र आउट करके रट रहे थे. उन्हें आयोग ने परीक्षा से वंचित क्यों नहीं किया है.
'अभ्यर्थियों का आयोग उठ जाएगा विश्वास': तीसरे चरण शिक्षक बहाली में 270 अभ्यर्थी पकड़े गए थे. आयोग ने कदाचार के आरोप में उन्हें प्रतिबंध क्यों नहीं किया गया. पहले इसका आयोग जवाब दे. आयोग के पास अभी भी समय है कि वह पेपर लीक में शामिल ऐसे 270 अभ्यर्थियों को तीसरे चरण की शिक्षक बहाली से बाहर करें नहीं अभ्यर्थियों का आयोग पर से विश्वास उठ जाएगा.