जयपुर. राजधानी की सांगानेर सदर थाना पुलिस ने प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाली छात्रा को जीवन और मृत्यु के बीच पहुंचाने वाले ऑटो चालक को गिरफ्तार कर लिया है. अकेली छात्रा को देखकर ऑटो चालक की मंशा खराब हो गई थी. ऑटो चालक ने छात्रा का अपहरण करने का प्रयास किया. छात्रा ने चलते ऑटो से कूदकर बचने का प्रयास किया था. नीचे गिरने से छात्रा को गंभीर चोटे आ गई थी. छात्रा 10 दिन से अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है. घटना को चुनौती पूर्ण मानकर पुलिस ने करीब 600 ऑटो रिक्शा चालकों से दिन रात पूछताछ करके आरोपी ऑटो रिक्शा चालक की तलाश की. 200 सीसीटीवी कैमरो के फुटेज देखने पर ऑटो चालक की पहचान हुई. शनिवार को आरोपी ऑटो रिक्शा चालक विक्रम धोबी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है.
छात्रा ICU में : डीसीपी साउथ दिगंत आनंद के मुताबिक 1 अगस्त को पीड़िता के पिता ने सांगानेर सदर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उनकी बेटी कोचिंग से घर आ रही थी. रास्ते में बारह मील से ऑटो में बैठी थी. जिसको रात करीब 8:40 बजे ऑटो वाले ने उसके गंतव्य स्थान पर नहीं उतारा, बल्कि जबरदस्ती आगे ले जाकर अपहरण करने का प्रयास किया. चलते ऑटो से नीचे गिरने पर छात्रा के सिर में गंभीर चोट आ गई. जिसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया. प्राइवेट अस्पताल के आईसीयू में छात्रा का इलाज चल रहा है.
वो चिल्लाती रही लेकिन चालक ने नहीं रोका ऑटो : पुलिस के मुताबिक गोपालपुरा बाईपास पर प्रतियोगी परीक्षा आईएएस की तैयारी करने वाली छात्रा कोचिंग में पढ़ाई करके रात करीब 8:30 बजे घर लौटने के लिए 12 मील से वाटिका रोड सहभागिता मोड़ पर अपने घर जाने के लिए ऑटो रिक्शा में बैठी थी. ऑटो रिक्शा में पहले से एक सवारी बैठी हुई थी, जो की छात्रा के उतरने से पहले ही उतर गई थी. छात्रा को अकेली देखकर ऑटो चालक ने गलत मंशा रखते हुए उसके घर के पास वाले मोड़ पर उतारने के लिए ऑटो रिक्शा नहीं रोका. जबकि छात्रा ऑटो रिक्शा को रोकने के लिए चिल्लाती रही. लेकिन ऑटो रिक्शा चालक छात्रा को अपहरण करके ले जाने लगा. छात्रा ने अपने बचाव करने के लिए चलते ऑटो में से कूद कर बचने का प्रयास किया, जिससे छात्रा के सिर में गंभीर चोट लगने से बेहोश हो गई. ऑटो रिक्शा चालक अपना ऑटो रिक्शा लेकर फरार हो गया. गंभीर घायल अवस्था में छात्रा को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती करवाया गया, जहां पर इलाज जारी है.
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पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी ऑटो रिक्शा चालक की तलाश शुरू की. सांगानेर सदर थाना अधिकारी पूनम चौधरी के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया. पुलिस की स्पेशल टीम ने अज्ञात ऑटो रिक्शा चालक की तलाश के लिए घटनास्थल के आसपास लोगों से पूछताछ की. घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरो के फुटेज खंगाले गए. करीब 200 सीसीटीवी कैमरे चेक करने पर घटना को अंजाम देने वाले ऑटो रिक्शा के हुलिए के 400 ऑटो रिक्शा की लिस्ट तैयार की गई. सभी ऑटो रिक्शा चालकों से पूछताछ की गई. घटनास्थल का एनालिसिस किया गया. संदिग्ध ऑटो रिक्शा चालक की मोबाइल कॉल डिटेल प्राप्त की गई. अथक प्रयास करते हुए वारदात को अंजाम देने वाले ऑटो रिक्शा की पहचान करके आरोपी की तलाश की गई. पुलिस ने ऑटो रिक्शा चालक विक्रम धोबी को पकड़ कर पूछताछ की, तो आरोपी ने वारदात करना स्वीकार किया. जिसके बाद पुलिस ने शनिवार को आरोपी को गिरफ्तार करके वारदात के उपयोग में लिया गया ऑटो रिक्शा जब्त कर लिया है.
आरोपी ने ऑटो में किया ये बदलाव : पुलिस के मुताबिक ऑटो रिक्शा चालक ने वारदात होने के बाद ऑटो रिक्शा के पीछे लगा कंपनी का ऐड वाला पर्दा बदल दिया. ऑटो रिक्शा के पीछे वाले मडगार्ड और बंपर में बदलाव करवा दिया, ताकि स्वयं के ऑटो रिक्शा की पहचान छुपाई जा सके. लेकिन पुलिस की कार्य कुशलता के कारण आरोपी अपनी पहचान छिपाकर भागने में असफल रहा.
पुलिस के मुताबिक ऑटो रिक्शा चालक शराब के नशे में ऑटो रिक्शा चला रहा था. वाटिका रोड पर पीड़ित छात्रा से आगे रिंग रोड के पास किराए पर रहता था. रात के समय पीड़ित छात्रा ऑटो रिक्शा में अकेली बैठी थी, जिसको देखकर ऑटो रिक्शा चालक की मंशा खराब हो गई. ऑटो रिक्शा चालक ने छात्रा को उसके घर के पास वाले मोड पर उतारने के लिए ऑटो रिक्शा नहीं रोका. उसे अपने साथ सुनसान जगह ले जाना चाहता था. लेकिन छात्रा ने अपना बचाव करने के लिए चलते ऑटो में से कूद कर बचने का प्रयास किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई.