नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के कैंपस लॉ सेंटर (सीएलसी) में अटेंडेंस दर्ज कराने को लेकर एक शिक्षिका और छात्र में विवाद हो गया. जिसमें छात्र ने टीचर पर आरोप लगाया है कि शिक्षिका ने उसके हाथ पर काट लिया. इस मामले में शनिवार को छात्रों ने सीएलसी में प्रदर्शन किया और शिक्षिका को क्लास से हटाने की मांग करने लगे. डीयू प्रशासन ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है.
शिक्षिका और छात्र दोनों ने लिखित में शिकायत की है. पीड़ित छात्र ने बताया कि वे किसी काम से बाहर होने के कारण क्लास अटेंड नहीं कर पाए, लेकिन महीने की शुरुआत में वे क्लास गए थे. अब वे करीब 15 दिन बाद लौटे तो शिक्षिका ने उनकी हाजिरी लगाने से इनकार कर दिया. इतना ही नहीं उनकी बेइज्जती भी की गई और कहा गया कि वे एक दिन भी क्लास में नहीं आए, इसलिए उनका अटेंडेंस नहीं लगाया जाएगा.
इस दौरान छात्र अपनी क्लास से बाहर चले गये. छात्र ने दावा किया है कि जब वह बाहर जा रहा था तो टीचर ने उसके परिवार के बारे में टिप्पणी की. छात्र ने कहा कि भले ही वे हमें क्लास में नहीं आने दें, लेकिन उन्हें मेरे परिवार पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है. इस पर वह वापस लौटे और वीडियो बनाते हुए उनसे अपनी टिप्पणी दोबारा करने को कहा, इस पर वह गुस्सा हो गई और उसके हाथ पर काट लिया.
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छात्र ने बताया कि उन्होंने विधि संकाय की डीन से शिकायत की है. छात्रों ने हस्ताक्षर कर एक पत्र सौंपा है, जिसमें शिक्षिका को कक्षा से हटाने की मांग की गई है. वहीं, शिक्षिका ने भी वीडियो उपलब्ध कराया है और लिखित शिकायत समिति को भेजी है.
पूरे मामले पर संज्ञान लेते हुए डीयू प्रशासन ने एक समिति गठित की है, जिसका अध्यक्ष प्रो. चंद्रशेखर को बनाया गया है. प्रो. चंद्रशेखर ने कहा कि दोनों पक्षों की शिकायत मिल गई है. घटना के वक्त मौजूद छात्रों के नाम भी दिए गए हैं. सभी से बात करने के लिए जल्द एक बैठक बुलाई जाएगी. पूरे मामले पर शिक्षिका से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन संपर्क नहीं हो सका.
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