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हजारीबाग में बच्चों पर हुआ पथराव, स्कूल का रास्ता बंद होने पर सड़क में बैठे थे विद्यार्थी - Students protest

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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Aug 24, 2024, 10:51 PM IST

Stones pelted on students during protest. हजारीबाग में बच्चों पर पथराव की घटना हुई है. बरकट्ठा प्रखंड के कोनहरा कला गांव में स्कूल जाने का रास्ता ब्लॉक करने के विरोध में छात्रों द्वारा प्रदर्शन करने पर उन पर पत्थर फेंके गये. इस घटना में कई बच्चे चोटिल हुए हैं.

Stones pelted on students during protest in Hazaribag
हजारीबाग में बच्चों का धरना (Etv Bharat)

हजारीबागः जिला के बरकट्ठा प्रखंड के कोनहरा कला गांव में शनिवार को विद्यार्थी सड़क पर प्रार्थना किया और उनकी पढ़ाई भी रोड पर ही हुई. दरअसल, पूरा माजरा यह है कि स्कूल के रास्ते पर ईंट गिरकर रोड बंद कर दिया गया. जिस कारण छात्र स्कूल नहीं पहुंच पाए. ऐसे में नव सृजित प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका ने सड़क पर ही कक्षा लगाई और प्रार्थना भी सड़क पर हुई.

हजारीबाग में बच्चों पर पथराव (ETV Bharat)

ग्रामीणों के अनुसार गांव के लोग अपनी रैयती जमीन थोड़ी-थोड़ी छोड़कर और लगभग पांच फीट गैरमजरुवा जमीन को मिलाकर 15 फीट जमीन स्कूल रास्ता के लिए रखा गया था. लेकिन विवाद को समाप्त करने को लेकर 2021 में निवर्तमान मुखिया मुंशी पासवान की अध्यक्षता में बैठक कर रास्ता बंद करने वाले इसरैल मियां को चार फीट जमीन अधिक दी गयी. 11 फिट का रास्ता स्कूल के लिए रखा गया.

इस सहमति के बाद इसरैल मियां ने अपनी और ग्रामीणों द्वारा छोड़ी गई जमीन पर घर बनाने के बाद स्कूल के रास्ते को अपना बताकर शनिवार को वहां पर ईंटें गिरा दीं और रास्ते को बंद कर दी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बताया जाता है कि नव सृजित प्राथमिक विद्यालय कोनहारा कलां के स्कूल का रोड बंद होने से रास्ता रोकने वाला इसरैल मियां और ग्रामीणों के बीच झड़प भी हुई. जिसमें स्कूली बच्चे और ग्रामीण भी घायल हुए हैं. सभी घायलों का उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरकट्ठा में किया गया. घायल बच्चों में अरुण कुमार, फरीद रजा, तनवीर आलम, सौरव कुमार, शिवानी कुमारी और ग्रामीण अमन पांडेय शामिल हैं.

इस घटना के बाबत बच्चों के अभिभावकों के द्वारा बरकट्ठा थाना में आवेदन दिया गया. इस आवेदन में बताया गया है कि स्कूल के रास्ते में गांव के इसरैल मियां (पिता रहीम मियां) द्वारा ईंट गिराकर रास्ते को बंद कर दिया गया. जिसके बाद स्कूली बच्चों ने वहीं रोड पर बैठकर रास्ता रोके जाने को लेकर विरोध करने लगे. ग्रामीणों और अभिभावक रास्ते पर रखी ईंटें हटाने की मांग करने लगे. इसी बीच इसरैल मियां और उनके परिजनों ने पथराव करना शुरू कर दिया. इसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया. आक्रोशित ग्रामीणों ने रास्ते में रखी ईंटों को हटाया गया, जिसके बाद बच्चे विद्यालय पहुंचे.

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हजारीबाग में बच्चों पर पथराव (ETV Bharat)

ग्रामीणों के अनुसार गांव के लोग अपनी रैयती जमीन थोड़ी-थोड़ी छोड़कर और लगभग पांच फीट गैरमजरुवा जमीन को मिलाकर 15 फीट जमीन स्कूल रास्ता के लिए रखा गया था. लेकिन विवाद को समाप्त करने को लेकर 2021 में निवर्तमान मुखिया मुंशी पासवान की अध्यक्षता में बैठक कर रास्ता बंद करने वाले इसरैल मियां को चार फीट जमीन अधिक दी गयी. 11 फिट का रास्ता स्कूल के लिए रखा गया.

इस सहमति के बाद इसरैल मियां ने अपनी और ग्रामीणों द्वारा छोड़ी गई जमीन पर घर बनाने के बाद स्कूल के रास्ते को अपना बताकर शनिवार को वहां पर ईंटें गिरा दीं और रास्ते को बंद कर दी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बताया जाता है कि नव सृजित प्राथमिक विद्यालय कोनहारा कलां के स्कूल का रोड बंद होने से रास्ता रोकने वाला इसरैल मियां और ग्रामीणों के बीच झड़प भी हुई. जिसमें स्कूली बच्चे और ग्रामीण भी घायल हुए हैं. सभी घायलों का उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरकट्ठा में किया गया. घायल बच्चों में अरुण कुमार, फरीद रजा, तनवीर आलम, सौरव कुमार, शिवानी कुमारी और ग्रामीण अमन पांडेय शामिल हैं.

इस घटना के बाबत बच्चों के अभिभावकों के द्वारा बरकट्ठा थाना में आवेदन दिया गया. इस आवेदन में बताया गया है कि स्कूल के रास्ते में गांव के इसरैल मियां (पिता रहीम मियां) द्वारा ईंट गिराकर रास्ते को बंद कर दिया गया. जिसके बाद स्कूली बच्चों ने वहीं रोड पर बैठकर रास्ता रोके जाने को लेकर विरोध करने लगे. ग्रामीणों और अभिभावक रास्ते पर रखी ईंटें हटाने की मांग करने लगे. इसी बीच इसरैल मियां और उनके परिजनों ने पथराव करना शुरू कर दिया. इसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया. आक्रोशित ग्रामीणों ने रास्ते में रखी ईंटों को हटाया गया, जिसके बाद बच्चे विद्यालय पहुंचे.

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