बाड़मेर. लोकसभा चुनाव के बाद शेयर बाजार में आई भारी गिरावट को लेकर कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य और बायतु विधायक हरीश चौधरी केंद्रीय नेताओं पर हमलावर नजर आए. गुरुवार को उन्होंने एक बयान जारी कर बताया कि देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने आजादी के बाद बड़ा घोटाला किया है. चौधरी ने कांग्रेस सांसद और राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद बयान देते हुए कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान आजादी के बाद पहली दफा किसी प्रधानमंत्री ने शेयर मार्केट के निवेशकों को सीधा बोला, जिसमें कहा गया कि आप शेयर मार्केट में निवेश करो और चार तारीख को जिस दिन नतीजे आएंगे, उस दिन शेयर मार्केट बढ़ेगा.
अमित शाह के बयान का दिया हवाला : हरीश चौधरी ने आरोप लगाया कि देश के गृह मंत्री अमित शाह ने चुनावी नतीजे के बाद शेयर मार्केट में उछाल की बात कही थी. चौधरी ने कहा कि आजादी के बाद किसी भी प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने स्टॉक मार्केट के संदर्भ में कभी ऐसा नहीं कहा. चौधरी ने आगे कहा कि बीजेपी पहले देश की जनता को बाजार में निवेश करने की सलाह देती है, फिर परिणाम के दिन 4 जून को शेयर बाज़ार गिराने से करीब 30 लाख करोड़ निवेशकों का नुकसान होता है. हरीश चौधरी ने कहा कि पीएम नरेंद्र की यह बात उनके ही अडानी क़े दोनों टीवी चैनल के इंटरव्यू में कही और उसी दिन देश के चार करोड़ निवेशकों ने पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री की बात पर विश्वास कर खरीद की. उन पर पहले ही सेबी की जांच बैठी है, तो उस पर जांच होनी चाहिए.
जांच के लिए जेपीसी की मांग : हरीश चौधरी ने कहा कि बीजेपी ने पिछले 10 सालों में देश के किसानों, मजदूरों, सैनिकों और खिलाड़ियों के साथ जो कृत्य किया, उसे भी बड़ा धोखा उन चार करोड़ निवेशकों के साथ किया. उन्होंने कहा कि इन चार करोड़ परिवारों की आवाज बनकर मीडिया से रूबरू होकर यह बात देश के सामने रखी और घोटाले को उजागर किया. चौधरी ने कहा कि यह घोटाला छोटा मोटा नहीं है, यह घोटाला 30 लाख करोड़ का है और इस आपराधिक कृत्य में प्रधानमंत्री और गृह मंत्री और एग्जिट पोल करने वालों की भूमिका की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन कर जांच होनी चाहिए.