मेरठ : परतापुर स्थित सुभारती यूनिवर्सिटी में सीएसआईआर नकल कांड में 23 लोगों के खिलाफ एसटीएफ ने एफआईआर दर्ज की है. इस मामले में नकल कराने और धोखाधड़ी का आरोपी माना गया है. इनमें सॉल्वर गैंग के तीन सदस्य शामिल हैं. इन लोगों का कनेक्शन हरियाणा-दिल्ली से निकला है. यह एक बड़ा गिरोह है जो काफी समय से सक्रिय था.
बता दें, पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि 11 अभ्यर्थियों ने 25 जुलाई को और 4 अभ्यर्थियों ने 26 जुलाई को ऑनलाइन नकल की थी. उसके बाद दूसरे दिन की परीक्षा में बैठकर नकल कर रहे अभ्यर्थियों को STF ने मौके से ही हिरासत में लिया था. शुक्रवार को STF ने रेड के दौरान सुभारती यूनिवर्सिटी से हिरासत में लिया था. इनको कोर्ट के समक्ष पेश कर जेल भेजा गया है.
जेल जाने वालों में तीन लड़कियां भी हैं. उनके घरवालों ने सॉल्वर को पेपर हल कराने के लिए मोटी रकम दी थी. इसके अलावा एक लड़का भी शामिल है. उसके घरवालों ने भी सॉल्वर को पैसे दिए थे. बाकी तीनों सुभारती विवि के कर्मचारी हैं. STF के मुताबिक नेट CSIR की परीक्षा ऑनलाइन सॉल्व कराने के कांड में बड़ा नकल गिरोह सक्रिय है. STF का मानना है कि इसमें 15 मेंबर्स शामिल हैं जो इस पूरे कांड को रच रहे थे. मेरठ में STF के एएसपी ब्रिजेश सिंह के अनुसार CSIR नेट परीक्षा में सेंधमारी कराने वाले गिरोह में 12 से ज्यादा सदस्य और 4 सॉल्वर शामिल हैं.