नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा में लावारिस कुत्तों की बढ़ती आबादी को नियंत्रित करने और निवासियों की परेशानी को दूर करने के लिए प्राधिकरण 31 मार्च तक 600 कुत्तों की नसबंदी करने का लक्ष्य रखा है. पहले चरण में 10 सेक्टरों के कुत्तों को चिह्नित कर उनकी नसबंदी की जा रही है. सेक्टर पाई वन, पाई टू, ओमिक्रोन वन, म्यु वन, सिग्मा वन, टू, थ्री, फोर, सेक्टर 36 व सेक्टर 37 के साथ सेक्टर स्वर्ण नगरी के लावारिस कुत्तों की नसबंदी की जा रही है.
जानकारी के अनुसार, अब तक सैकड़ों कुत्तों की नसबंदी हो चुकी है. इससे लोगों को लावारिस कुत्तों द्वारा हो रहे हमलों से राहत मिलेगी. दरअसल, ग्रेटर नोएडा वासियों को लावारिस कुत्तों से होने वाली परेशानी की शिकायत आए दिन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण तक आती रहती है. कई बार ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जहां कुत्तों ने छोटे बच्चों की जान तक ले ली. इस तरह के हादसों ने आसपास के लोगों के मन में आवारा कुत्तों को लेकर खौफ पैदा कर दिया था. इसे देखते हुए प्राधिकरण ने यह फैसला लिया है.
यह भी पढ़ें- गाजियाबाद में जर्मन शेफर्ड ने बुजुर्ग पर किया हमला, काटकर किया घायल
सड़क पर घूमने वाले लावारिस कुत्तों को चिह्नित कर उनकी नसबंदी की जा रही है. साथ ही उन्हें एंटी रेबीज का इंजेक्शन भी लगाया जा रहा है. इससे लावारिस कुत्तों की संख्या में भी कमी आएगी. ग्रेटर नोएडा के स्वर्ण नगरी में बने नसबंदी केंद्र को भी और बेहतर बनाया गया है. यहां ऑपरेशन के लिए ऑपरेशन थिएटर में सभी सुविधाएं उपलब्ध है. नसबंदी के बाद 5 दिन के लिए कुत्तों को इसी केंद्र में रखा जा रहा है. उसके बाद उन्हें उसी स्थान पर वापस छोड़ दिया जा रहा है. इस अभियान का खर्च कल फाउंडेशन द्वारा वहन किया जा रहा है.