जयपुर: प्रदेश में करीब 6 साल बाद हुई स्टेनोग्राफर का पर्सनल असिस्टेंट ग्रेड-II की भर्ती में युवा बेरोजगारों ने खास रूचि नहीं दिखाई. 464 पदों पर आयोजित इस भर्ती परीक्षा में महज 27.98 फीसदी उपस्थिति रही. परीक्षा में कुल 3 लाख 33 हजार 768 अभ्यर्थी पंजीकृत हुए थे, जिनमें से 93 हजार 373 अभ्यर्थी ही परीक्षा देने पहुंचे. परीक्षा में कम उपस्थिति पर कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष मेजर जनरल आलोक राज ने भी नाराजगी व्यक्त की. साथ ही अभ्यर्थियों से अपील की कि अभ्यर्थी किसी भी भर्ती परीक्षा का फॉर्म तभी भरें, जब वो आश्वस्त हों कि वो परीक्षा में बैठेंगे.
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से शनिवार को स्टेनोग्राफर के 194 और पर्सनल असिस्टेंट ग्रेड-II के 280 पदों पर संयुक्त भर्ती परीक्षा का आयोजन कराया गया. परीक्षा के लिए अजमेर, अलवर, भरतपुर, बीकानेर, जयपुर, जोधपुर, कोटा और उदयपुर जिले में परीक्षा केंद्र बनाए गए. यहां दो पारियों में परीक्षा आयोजित की गई. पहली पारी में पंजीकृत 1 लाख 66 हजार 884 अभ्यर्थियों में से 46 हजार 880 अभ्यर्थी ही परीक्षा देने पहुंचे.
इसी तरह दूसरी पारी में भी 1 लाख 66 हजार 884 अभ्यर्थियों में से 46 हजार 493 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी. दोनों पारियों में कुल 27.98 उपस्थिति रही. इस पर कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष मेजर जनरल आलोक राज ने कहा कि परीक्षा में जो उपस्थिति रही है, उन अभ्यर्थियों की परीक्षा निर्धारित सेंटर्स के एक चौथाई सेंटर पर ली जा सकती थी. उन्होंने अभ्यर्थियों से अपील की कि वो फॉर्म तभी भरें जब आश्वस्त हो की परीक्षा में बैठेंगे. यदि परीक्षा में बैठने का विचार ना हो तो परीक्षा फॉर्म ही ना भरें. ये इनडायरेक्टली देश के प्रति एक कंट्रीब्यूशन हो जाएगा.
इससे पहले त्रिस्तरीय जांच के साथ अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में बैठने की अनुमति दी गई. पहले मुख्य द्वार पर पुलिस प्रशासन की ओर से तलाशी ली गई. इसके बाद अभ्यर्थियों को परीक्षा कक्ष में बैठने से पहले पर्यवेक्षक टीम ने फोटो युक्त पहचान पत्र, प्रवेश पत्र और ड्रेस कोड की जांच की. वहीं, परीक्षा कक्ष में बैठने से पहले भी अभ्यर्थियों के जूते और सैंडल परीक्षा कक्ष से बाहर ही खुलवाए गए. साथ ही एग्जाम के दौरान अभ्यर्थियों से हैंडराइटिंग का नमूना भी लिया गया, ताकि किसी भी लेवल पर डमी अभ्यर्थी को पकड़ा जा सके. वहीं, परीक्षा में पूर्व में निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार परीक्षा से ठीक 1 घंटे पहले अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा केंद्र के द्वार बंद कर दिए गए और किसी भी अभ्यर्थी को रियायत नहीं दी गई.