नई दिल्ली: आज गणतंत्र दिवस समारोह को लेकर जहां देशभर में हर तरफ हर्षोल्लास का माहौल है, तो वहीं दूसरी तरफ राजधानी के कर्तव्य पथ से लेकर लाल किले तक होने वाले कार्यक्रम को लेकर दिल्ली पुलिस भी हाई अलर्ट पर है. ऐसा इसलिए है, क्योंकि कई महीनो से इंटेलिजेंस ब्यूरो और दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस से मिली जानकारी के आधार पर यह पता चला है की सुरक्षा को लेकर खतरा बना हुआ है. इसी को देखते हुए व्यापक स्तर पर सुरक्षा की तैयारी की गई है.
दिल्ली पुलिस के सिक्योरिटी विंग के हेड स्पेशल पुलिस कमिश्नर दीपेंद्र पाठक ने बताया की कर्तव्य पर सुरक्षा को लेकर कई जोन में बांटा गया है. सभी जोन का हेड उन पुलिस ऑफिसरों को बनाया गया है जो एक्सपीरियंस्ड हैं. उन्होंने कहा कि इस अवसर को लेकर थ्रेट परसेप्शन हाई डिग्री का है, यानी खतरा काफी ज्यादा है. इंटेलिजेंस एजेंसियां के द्वारा लगातार मिले इनपुट को कंपाइल करके सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं.
इस साल नए तरह के थ्रेट सामने आए हैं. विदेशी गेस्ट, देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित काफी संख्या में वीवीआईपी इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं. इनके अलावा काफी संख्या में आम जनता भी इस कार्यक्रम को देखने पहुंची है. उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी बड़ी होती है. स्पेशल कमिश्नर ने बताया की अलग-अलग राज्यों के कल्चरल ट्रूप्स शामिल हुए हैं. उन सबको ध्यान में रखकर सिक्योरिटी प्लान तैयार किया गया है. पुलिस के लिए जहां एक तरफ उत्साह का समय है, तो दूसरी तरफ पुलिस के कंधे पर सुरक्षा की बड़ी जिम्मेदारी भी है.
सारी अलग-अलग एजेंसियों के साथ ताल मेल बनाकर इस कार्यक्रम को बेहतर तरीके से संपन्न करना, वीवीआईपी से लेकर आम जनता तक की सुरक्षा का ध्यान रखना पुलिस का मुख्य उद्देश्य है. सुरक्षा इंतजाम करने के लिए कई राउंड की ब्रीफिंग पहले से ही की जा चुकी है. साथ ही छोटी-छोटी बातों पर ध्यान दिया गया है, जिससे की सुरक्षा में किसी तरह की कोई चूक ना हो. दिल्ली की सड़कों पर बीती रात से 70,000 से ज्यादा पुलिस के जवान तैनात हैं. वहीं दिल्ली के बॉर्डर को बैरिकेडिंग करके सील किया गया है और गाड़ियों की जांच के बाद ही उन्हें आने दिया जा रहा है. जहां से परेड निकलेगी, वहां के आसपास के हाई राइज बिल्डिंगों पर हथियारबंद सुरक्षाकर्मी की तैनाती भी बीती रात से ही की जा चुकी है.
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