देहरादून: उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से जाना जाता है. देवभूमि में देवियों का सम्मान सर्वोपरी माना जाता है. उत्तराखंड का धामी सरकार ने इस कथन को बजट में उतारा है. उत्तराखंड की धामी सरकार ने आज अपना ऐतिहासिक बजट पेश किया. ये बजट उत्तराखंड के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा बजट है. इस बजट में धामी सरकार ने सभी पहलुओं को साधने की कोशिश की गई. बजट में नारी सशक्तिकरण पर विशेष फोकस किया गया है. धामी सरकार ने नारी सशक्तिकरण के लिए अलग अलग योजनाओं के लिए करोड़ों का प्रावधान किया है.
बजट में नारी सशक्तिकरण पर विशेष फोकस
- नंदा गौरा योजना अंतर्गत लगभग 157.84 करोड़ रुपए का दिया गया बजट
- प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के लिए 21.74 करोड़ रुपए का दिया गया बजट
- मुख्यमंत्री बाल पोषण योजना अतंर्गत 29.91 करोड़ रुपए का दिया गया बजट
- मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट योजना अंतर्गत लगभग 22.62 करोड़ रुपए का दिया गया बजट
- मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना अंतर्गत लगभग 18.88 करोड़ रुपए का दिया गया बजट
- मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना अंतर्गत लगभग 13.96 करोड़ रुपए का दिया गया बजट
- मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना अंतर्गत 14.00 करोड़ रुपए का दिया गया बजट
- मुख्यमंत्री बाल एवं महिला बहुमुखी विकास निधि के लिए 8.00 करोड़ रुपए का दिया गया बजट
- निराश्रित विधवाओं की पुत्रियों के विवाह के लिए 5.00 करोड़ रुपए का दिया गया बजट
- मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक मेधावी बालिका प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत लगभग 3.76 करोड़ रुपए का दिया गया बजट
- मुख्यमंत्री महिला स्वयं सहायता समूह सशक्तिकरण योजना के लिए 5.00 करोड़ रुपए का दिया गया बजट
- महिला उद्यमियों के लिए विशेष प्रोत्साहन योजना अंतर्गत सब्सिडी के लिए 5.00 करोड़ रुपए का दिया गया बजट
- राज्य में प्रसूता के लिए ईजा-बाई शगुन योजना हेतु समग्र रूप से लगभग 14.13 करोड़ रुपए का दिया गया बजट
- मुख्यमंत्री महिला सतत आजीविका योजना अंतर्गत 2.00 करोड़ रुपए का दिया गया बजट
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