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Delhi: खादी महोत्सव के तहत आईएनए दिल्ली हाट में विशेष खादी प्रदर्शनी का उद्घाटन

INA दिल्ली हाट में विशेष खादी प्रदर्शनी का केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने उद्घाटन किया. यह 31 अक्टूबर तक चलेगी.

INA दिल्ली हाट में विशेष खादी प्रदर्शनी का आयोजन
INA दिल्ली हाट में विशेष खादी प्रदर्शनी का आयोजन (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Oct 18, 2024, 5:26 PM IST

नई दिल्ली: सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई), भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने मुख्य अतिथि के तौर पर खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के अध्यक्ष मनोज कुमार की उपस्थिति में INA दिल्ली हाट में आयोजित विशेष खादी प्रदर्शनी का शुक्रवार को शुभारंभ किया.

देशभर में मनाए जा रहे ‘खादी महोत्सव’ के अंतर्गत त्योहारों के मौसम में आयोजित प्रदर्शनी का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को बढ़ावा देना और खादी कारीगरों की आय को बढ़ाना है. राज्य कार्यालय, खादी और ग्रामोद्योग आयोग, नई दिल्ली द्वारा इस विशेष खादी प्रदर्शनी का 31 अक्टूबर तक आयोजन किया जा रहा है.

102 ग्रामोद्योग इकाइयों के 157 स्टॉल लगाए गए: प्रदर्शनी में दिल्ली, राजस्थान, बिहार, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा, मध्य प्रदेश, बंगाल, हरियाणा, जम्मू सहित देश के विभिन्न राज्यों से 55 खादी संस्थानों और 102 ग्रामोद्योग इकाइयों के 157 स्टॉल लगाए गए हैं. जहां खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों की एक विशाल श्रृंखला प्रदर्शित की जा रही है. प्रदर्शनी में विभिन्न प्रकार की साड़ियां, रेडिमेड वस्त्र, हस्तशिल्प वस्तुएं, हर्बल और आयुर्वेदिक उत्पाद, चमड़े के सामान, हस्तनिर्मित कागज उत्पाद, अचार, मसाले, साबुन, शैंपू, शहद इत्यादि बिक्री के लिए अलग-अलग स्टॉलों में प्रदर्शित किये जा रहे हैं.

INA दिल्ली हाट में विशेष खादी प्रदर्शनी का आयोजन (ETV BHARAT)

कारीगर और शिल्पकार कर रहे प्रदर्शन: प्रदर्शनी में भाग लेने वाले कारीगर और शिल्पकार खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों की अपनी विविध श्रृंखला का सजीव प्रदर्शन भी कर रहे हैं. केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी ने सभी देशवासियों से खादी और लोकल उत्पादों को अधिक से अधिक खरीदने की अपील की. इस अवसर पर उन्होंने दिल्लीवासियों से विशेष आग्रह किया कि वे त्योहारों की खरीदारी के लिए इस खादी प्रदर्शनी में पधारें और स्वदेशी खादी उत्पादों की खरीदारी कर प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप ‘वोकल फॉर लोकल’ एवं ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान का हिस्सा बनें.

कारीगरों और शिल्पकारों के लिए बेहतरीन मंच: केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों की इस प्रदर्शनी का व्यापक लक्ष्य ग्रामीण कारीगरों और पारंपरिक शिल्पकारों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना है. जिससे उन्हें सशक्त बनाया जा सके और भारत के स्वदेशी शिल्प कौशल की जीवंत विरासत को संरक्षित किया जा सके. इस प्रदर्शनी ने देश के कलाकारों को उनकी कला को प्रदर्शित करने के लिए बेहतरीन मंच दिया है.

‘नए भारत की नई खादी’ के प्रणेता प्रधानमंत्री मोदी: केवीआईसी अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि पूज्य बापू के दूरदर्शी दृष्टिकोण के अनुरूप व ‘नए भारत की नई खादी’ के प्रणेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है. उनके कुशल नेतृत्व में खादी और ग्रामोद्योग का कारोबार पिछले वित्त वर्ष में 1 लाख 55 हजार करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है. जिसका सीधा लाभ देश के खादी कारीगरों को मिला है. हाल में 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर चरखे पर सूत कातनेवाली कत्तिनों की पारिश्रमिक में 25 प्रतिशत और करघे पर बुनाई करनेवाले बुनकरों की पारिश्रमिक में 7 प्रतिशत की वृद्धि इसका प्रमाण है.

2 अक्टूबर को 2 करोड़ 1 लाख 37 हजार रुपए की खरीदारी: केवीआईसी अध्यक्ष ने कहा कि बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने लोकप्रिय कार्यक्रम ‘मन की बात’ के माध्यम से देशवासियों से ‘मेड इन इंडिया’ उत्पादों की खरीदारी करने का आह्वान किया था. उनकी इस अपील के तुरंत बाद गांधी जयंती पर नई दिल्ली स्थित 'खादी ग्रामोद्योग भवन' में एक दिन में 2 करोड़ 1 लाख 37 हजार रुपए के खादी उत्पादों की खरीदारी कर दिल्लीवासियों ने नया रिकॉर्ड बनाया है. यह उपलब्धि ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘मेक इन इंडिया’ के प्रति लोगों की प्रतिबद्धता को दर्शाती है.

ये भी पढ़ें : दिल्ली में गांधी जयंती पर टूटा खादी खरीदारी का रिकॉर्ड
ये भी पढ़ें : गांधी जयंती पर खादी कारीगरों की सैलरी में बंपर इजाफा, जानिए कितना बढ़ा

नई दिल्ली: सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई), भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने मुख्य अतिथि के तौर पर खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के अध्यक्ष मनोज कुमार की उपस्थिति में INA दिल्ली हाट में आयोजित विशेष खादी प्रदर्शनी का शुक्रवार को शुभारंभ किया.

देशभर में मनाए जा रहे ‘खादी महोत्सव’ के अंतर्गत त्योहारों के मौसम में आयोजित प्रदर्शनी का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को बढ़ावा देना और खादी कारीगरों की आय को बढ़ाना है. राज्य कार्यालय, खादी और ग्रामोद्योग आयोग, नई दिल्ली द्वारा इस विशेष खादी प्रदर्शनी का 31 अक्टूबर तक आयोजन किया जा रहा है.

102 ग्रामोद्योग इकाइयों के 157 स्टॉल लगाए गए: प्रदर्शनी में दिल्ली, राजस्थान, बिहार, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा, मध्य प्रदेश, बंगाल, हरियाणा, जम्मू सहित देश के विभिन्न राज्यों से 55 खादी संस्थानों और 102 ग्रामोद्योग इकाइयों के 157 स्टॉल लगाए गए हैं. जहां खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों की एक विशाल श्रृंखला प्रदर्शित की जा रही है. प्रदर्शनी में विभिन्न प्रकार की साड़ियां, रेडिमेड वस्त्र, हस्तशिल्प वस्तुएं, हर्बल और आयुर्वेदिक उत्पाद, चमड़े के सामान, हस्तनिर्मित कागज उत्पाद, अचार, मसाले, साबुन, शैंपू, शहद इत्यादि बिक्री के लिए अलग-अलग स्टॉलों में प्रदर्शित किये जा रहे हैं.

INA दिल्ली हाट में विशेष खादी प्रदर्शनी का आयोजन (ETV BHARAT)

कारीगर और शिल्पकार कर रहे प्रदर्शन: प्रदर्शनी में भाग लेने वाले कारीगर और शिल्पकार खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों की अपनी विविध श्रृंखला का सजीव प्रदर्शन भी कर रहे हैं. केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी ने सभी देशवासियों से खादी और लोकल उत्पादों को अधिक से अधिक खरीदने की अपील की. इस अवसर पर उन्होंने दिल्लीवासियों से विशेष आग्रह किया कि वे त्योहारों की खरीदारी के लिए इस खादी प्रदर्शनी में पधारें और स्वदेशी खादी उत्पादों की खरीदारी कर प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप ‘वोकल फॉर लोकल’ एवं ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान का हिस्सा बनें.

कारीगरों और शिल्पकारों के लिए बेहतरीन मंच: केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों की इस प्रदर्शनी का व्यापक लक्ष्य ग्रामीण कारीगरों और पारंपरिक शिल्पकारों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना है. जिससे उन्हें सशक्त बनाया जा सके और भारत के स्वदेशी शिल्प कौशल की जीवंत विरासत को संरक्षित किया जा सके. इस प्रदर्शनी ने देश के कलाकारों को उनकी कला को प्रदर्शित करने के लिए बेहतरीन मंच दिया है.

‘नए भारत की नई खादी’ के प्रणेता प्रधानमंत्री मोदी: केवीआईसी अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि पूज्य बापू के दूरदर्शी दृष्टिकोण के अनुरूप व ‘नए भारत की नई खादी’ के प्रणेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है. उनके कुशल नेतृत्व में खादी और ग्रामोद्योग का कारोबार पिछले वित्त वर्ष में 1 लाख 55 हजार करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है. जिसका सीधा लाभ देश के खादी कारीगरों को मिला है. हाल में 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर चरखे पर सूत कातनेवाली कत्तिनों की पारिश्रमिक में 25 प्रतिशत और करघे पर बुनाई करनेवाले बुनकरों की पारिश्रमिक में 7 प्रतिशत की वृद्धि इसका प्रमाण है.

2 अक्टूबर को 2 करोड़ 1 लाख 37 हजार रुपए की खरीदारी: केवीआईसी अध्यक्ष ने कहा कि बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने लोकप्रिय कार्यक्रम ‘मन की बात’ के माध्यम से देशवासियों से ‘मेड इन इंडिया’ उत्पादों की खरीदारी करने का आह्वान किया था. उनकी इस अपील के तुरंत बाद गांधी जयंती पर नई दिल्ली स्थित 'खादी ग्रामोद्योग भवन' में एक दिन में 2 करोड़ 1 लाख 37 हजार रुपए के खादी उत्पादों की खरीदारी कर दिल्लीवासियों ने नया रिकॉर्ड बनाया है. यह उपलब्धि ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘मेक इन इंडिया’ के प्रति लोगों की प्रतिबद्धता को दर्शाती है.

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