जयपुर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से गुरुवार को प्रदेशभर के चिकित्सा संस्थानों में विशेष निरीक्षण अभियान चलाया गया. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह के निर्देशन में संचालित इस अभियान के तहत चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की लगभग 250 टीमों ने प्रदेशभर में एक साथ करीब 500 चिकित्सा संस्थानों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण किया. अभियान के तहत चिकित्सा संस्थान के भवन की स्थिति, साफ-सफाई, प्रसूति नियोजन दिवस, गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण तथा मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को लेकर चिकित्सा संस्थान की उपलब्धि को देखा गया. इन सभी बिन्दुओं के आधार पर तैयार रिपोर्ट के अनुसार सुविधाओं को और बेहतर बनाने की कार्य योजना तैयार की जाएगी. निरीक्षण के दौरान चिकित्सा संस्थानों की मौसमी बीमारियों एवं लू से निपटने की तैयारियों का भी अवलोकन किया गया.
एसीएस ने चाकसू में किया निरीक्षण : अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने जयपुर जिले के चाकसू में उप जिला अस्पताल का निरीक्षण किया. उनके साथ निदेशक आरसीएच डॉ. सुनीत सिंह राणावत भी मौजूद थे. शुभ्रा सिंह सिंह ने यहां ओपीडी एवं आईपीडी में उपलब्ध कराई जा रही स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया. उन्होंने लेबर रूम, जनरल वार्ड, पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड, आपातकालीन इकाई, ट्रॉमा सेंटर, पीडियाट्रिक सेमी आईसीयू सहित अस्पताल के सभी कक्षों का दौरा किया और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति देखी.
जल्द शुरू होगा ब्लड बैंक : शुभ्रा सिंह ने उपस्थिति रजिस्टर एवं ड्यूटी रोस्टर रजिस्टर को भी चेक किया. उन्होंने आवश्यक कार्यवाही पूर्ण कर अस्पताल के ब्लड बैंक को एक माह में शुरू करने के निर्देश दिए. शुभ्रा सिंह ने निरीक्षण के दौरान मरीजों से फीड बैक भी लिया. उन्होंने मरीजों से अस्पताल में उपलब्ध करवाई जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता के बारे में पूछा. साथ ही टीकाकरण एवं प्रसवपूर्व होने वाली जांचों के बारे में भी जानकारी ली. वहीं, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने जयपुर के आंगनबाड़ी केन्द्र गोविन्दपुरा एवं आयुष्मान आरोग्य मंदिर जाहोता का निरीक्षण किया. अतिरिक्त मुख्य सचिव ने इस दौरान कहा कि अब फैसिलिटी स्तर से आगे बढ़कर सेवाओं की पहुंच और उनकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान केंद्रीत किया जा रहा है, जो स्वास्थ्य कार्यकर्ता जमीनी स्तर पर कार्य कर रहा है. प्रबंधकीय टीम उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है. उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान पाई जाने वाली कमियों को दूर कर सभी आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे.
इन जिलों में निरीक्षण : अभियान के तहत राज्य स्तरीय टीमों ने बांसवाड़ा के छोटा डूंगरा, बारां के किशनगंज, बाड़मेर के रामसर, भरतपुर के भुसावर, बीकानेर के कोलायत, बूंदी के कापरेन, चित्तौडगढ़ के निम्बाहेड़ा, चुरू के राजगढ़, दौसा के रामगढ़-पचवारा, धौलपुर के बसेड़ी, डूंगरपुर के जोथारी और गंगारपुर सिटी में निरीक्षण किया गया. इसी प्रकार हनुमानगढ़ के संगरिया, जैसलमेर के फतेहगढ़, जालौर के आहोर, झालावाड़ के खानपुर, जोधपुर ग्रामीण के शेरगढ़, करौली के मासलपुर, कोटपूतली के शाहजहांपुर, नागौर के जायल, पाली, प्रतापगढ़ के पीपलखूंट, राजसमंद के भीम, शाहपुरा के कोटड़ी, सिरोही के आबूरोड, टोंक के पीपलू और उदयपुर के खेरवाड़ा में निरीक्षण किया गया.