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उत्तराखंड के ग्राम प्रधान अब नाली-खड़ंजा निर्माण तक नहीं रहेंगे सीमित, जानें पंचायत राज विभाग की नई पहल - PANCHAYAT RAJ SPECIAL DRIVE

पंचायत राज विभाग की ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के लिए विशेष ड्राइव जारी है, ग्राम पंचायतों में बाल और महिला सभाएं आयोजित हो रहीं

UTTARAKHAND RURAL AREAS DEVELOPMENT
निदेशक पंचायत राज विभाग, निधि यादव (PHOTO- ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Nov 20, 2024, 1:22 PM IST

Updated : Nov 20, 2024, 3:35 PM IST

देहरादून: ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के लिए एक व्यापक कार्य योजना तैयार करने के उद्देश्य से पंचायत राज विभाग द्वारा 2 अक्टूबर से 31 जनवरी तक एक विशेष ड्राइव की शुरुआत की गई है. भारत सरकार ने ग्राम सभाएं आयोजित करने के लिए एक स्पेशल बजट जारी किया है, जिसके माध्यम से विभिन्न ब्लॉकों में ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है. इन ग्राम पंचायतों में बाल सभाएं और महिला सभाएं आयोजित की जा रही हैं, ताकि स्थानीय मुद्दों पर चर्चा कर ग्रामीण विकास योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू किया जा सके.

ग्राम प्रधान केवल खड़ंजा-नाली तक नहीं रहेंगे सीमित: निदेशक पंचायत राज विभाग, निधि यादव ने बताया कि इन सभाओं में केवल रूटीन मुद्दों जैसे नाली और खड़ंजे बनाने पर ही चर्चा नहीं की जा रही, बल्कि महिलाओं और बच्चों से संबंधित गंभीर समस्याओं पर भी गहन विचार-विमर्श किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इन सभाओं से मिले परिणामों को जल्द ही सरकार के सामने पेश किया जाएगा.

पंचायत राज विभाग की ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के लिए विशेष ड्राइव (VIDEO- ETV Bharat)

पंचायत राज विभाग की बड़ी पहल: निधि यादव ने यह भी कहा कि आगामी ग्राम विकास योजना के तहत जो योजनाएं बनाई जाएंगी, उनमें 17 विभागों के निर्माण कार्यों के अलावा, इन ज्वलंत मुद्दों को भी प्रमुखता से शामिल किया जाएगा. ताकि ग्राम पंचायत विकास योजना को व्यापक रूप दिया जा सके और ग्रामीणों के वास्तविक मुद्दों को हल किया जा सके.

महिलाओं और बच्चों से संबंधित मुद्दे प्रमुख रूप से सामने आए: इस अभियान के दौरान, विशेष रूप से महिलाओं और बालिकाओं के मुद्दे सामने आए. सुरक्षा और शौचालय की सुविधाएं महिलाओं और बच्चों के लिए बड़ी चिंता का विषय बनीं. निधि यादव ने कहा कि सेनेटरी नैपकिन वितरण कार्यक्रम पहले प्रभावी था, लेकिन अब यह बंद हो चुका है. कई स्थानों पर सेनेटरी नैपकिन डिस्पोजल मशीनें भी खराब पड़ी हैं. यह समस्याएं सामने आने के बाद, उन्होंने सुझाव दिया कि आगामी ग्राम विकास योजनाओं में इन मुद्दों को विशेष ध्यान में रखते हुए योजनाएं बनाई जाएं.

ग्राम विकास योजना में इन मुद्दों को शामिल किया जाएगा: पंचायत राज विभाग की निदेशक निधि यादव ने जोर देते हुए कहा कि अगर विभाग आगामी ग्राम विकास योजना तैयार करता है, तो उसे महिलाओं की सुरक्षा, शौचालय की सुविधाएं और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर भी फोकस करना होगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि इस ड्राइव के सकारात्मक परिणाम ग्राम पंचायत विकास को एक नई दिशा देंगे, जो ग्रामीणों के जीवन स्तर को सुधारने में सहायक होंगे.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में नगर निकाय चुनाव का काउंडाउन शुरू, आरक्षण पर फाइनल मुहर के साथ जारी होगी अधिसूचना

देहरादून: ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के लिए एक व्यापक कार्य योजना तैयार करने के उद्देश्य से पंचायत राज विभाग द्वारा 2 अक्टूबर से 31 जनवरी तक एक विशेष ड्राइव की शुरुआत की गई है. भारत सरकार ने ग्राम सभाएं आयोजित करने के लिए एक स्पेशल बजट जारी किया है, जिसके माध्यम से विभिन्न ब्लॉकों में ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है. इन ग्राम पंचायतों में बाल सभाएं और महिला सभाएं आयोजित की जा रही हैं, ताकि स्थानीय मुद्दों पर चर्चा कर ग्रामीण विकास योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू किया जा सके.

ग्राम प्रधान केवल खड़ंजा-नाली तक नहीं रहेंगे सीमित: निदेशक पंचायत राज विभाग, निधि यादव ने बताया कि इन सभाओं में केवल रूटीन मुद्दों जैसे नाली और खड़ंजे बनाने पर ही चर्चा नहीं की जा रही, बल्कि महिलाओं और बच्चों से संबंधित गंभीर समस्याओं पर भी गहन विचार-विमर्श किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इन सभाओं से मिले परिणामों को जल्द ही सरकार के सामने पेश किया जाएगा.

पंचायत राज विभाग की ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के लिए विशेष ड्राइव (VIDEO- ETV Bharat)

पंचायत राज विभाग की बड़ी पहल: निधि यादव ने यह भी कहा कि आगामी ग्राम विकास योजना के तहत जो योजनाएं बनाई जाएंगी, उनमें 17 विभागों के निर्माण कार्यों के अलावा, इन ज्वलंत मुद्दों को भी प्रमुखता से शामिल किया जाएगा. ताकि ग्राम पंचायत विकास योजना को व्यापक रूप दिया जा सके और ग्रामीणों के वास्तविक मुद्दों को हल किया जा सके.

महिलाओं और बच्चों से संबंधित मुद्दे प्रमुख रूप से सामने आए: इस अभियान के दौरान, विशेष रूप से महिलाओं और बालिकाओं के मुद्दे सामने आए. सुरक्षा और शौचालय की सुविधाएं महिलाओं और बच्चों के लिए बड़ी चिंता का विषय बनीं. निधि यादव ने कहा कि सेनेटरी नैपकिन वितरण कार्यक्रम पहले प्रभावी था, लेकिन अब यह बंद हो चुका है. कई स्थानों पर सेनेटरी नैपकिन डिस्पोजल मशीनें भी खराब पड़ी हैं. यह समस्याएं सामने आने के बाद, उन्होंने सुझाव दिया कि आगामी ग्राम विकास योजनाओं में इन मुद्दों को विशेष ध्यान में रखते हुए योजनाएं बनाई जाएं.

ग्राम विकास योजना में इन मुद्दों को शामिल किया जाएगा: पंचायत राज विभाग की निदेशक निधि यादव ने जोर देते हुए कहा कि अगर विभाग आगामी ग्राम विकास योजना तैयार करता है, तो उसे महिलाओं की सुरक्षा, शौचालय की सुविधाएं और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर भी फोकस करना होगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि इस ड्राइव के सकारात्मक परिणाम ग्राम पंचायत विकास को एक नई दिशा देंगे, जो ग्रामीणों के जीवन स्तर को सुधारने में सहायक होंगे.
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Last Updated : Nov 20, 2024, 3:35 PM IST
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