नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की दक्षिणी रेंज की टीम ने कुख्यात गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू गिरोह के 3 सक्रिय अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी पहले हरियाणा, राजस्थान, यूपी और दिल्ली में हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती, रंगदारी, मकोका और ऑर्म्स एक्ट के दो दर्जन से ज्यादा जघन्य आपराधिक मामलों में शामिल थे. तीनों आरेापियों की पहचान दीपक उर्फ दाउद (27), बादली गांव, शेखर ऊर्फ सोनू (27), गडोली गांव और सचिन छिकारा (30) बहादुरगढ़ के रूप में की गई, जो हरियाणा के ही रहने वाले हैं.
स्पेशल सेल के डीसीपी अमित कौशिक के मुताबिक, आरोपी दीपक उर्फ दाउद और शेखर उर्फ सोनू ने गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू के कहने पर दिल्ली के उत्तम नगर, नजफगढ़, जनकपुरी और द्वारका के इलाकों में जबरन वसूली के लिए प्रॉपर्टी डीलरों, दुकानों/शोरूम के मालिकों, ज्वैलर्स और व्यापारियों के कार्यालयों की रेकी की थी. यदि किसी ने प्रोटेक्शन मनी देने से इनकार कर दिया, तो उन्होंने उनके परिसर पर गोलीबारी करके उन्हें धमकी दी. इस मामले में स्पेशल सेल थाने में बीएनएस की धारा 308 (डी) के तहत मामला दर्ज किया गया. आरोपियों को पकड़ने के लिए एसीपी/सर्दर्न रेंज वेद प्रकाश की कड़ी निगरानी में इंस्पेक्टर मान सिंह और संजीव कुमार के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी.
हरियाणा, राजस्थान और यूपी के तमाम जगहों पर हुई तलाशीः स्पेशल सेल नार्दर्न रेंज की डेडिकेटिड टीम पिछले कुछ महीनों से कपिल सांगवान उर्फ नंदू गैंग के सदस्यों को ट्रैक करने और पकड़ने के लिए काम में जुटी थी. उनकी गतिविधियों के बारे में विश्वसनीय सूत्रों से लगातार जानकारी मिल रही थी. ऐसे इनपुट्स को और पुख्ता करने को सोर्स को और सावधानीपूर्वक तरीके से तैनात किया गया और गहन निगरानी की गई. स्पेशल सेल की टीम के सदस्यों को भी इनकी तलाश करने और गिरोह के सदस्यों की गतिविधियों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए हरियाणा, राजस्थान और यूपी के तमाम जगहों पर तैनात किया गया था.
आरोपी को छापेमारी दल ने पीछा करके किया गिरफ्तारः इस दौरान टीम को एक वांछित अपराधी दीपक उर्फ दाउद के बारे में एक खुफिया जानकारी मिली, जो नजफगढ़ थाने में दर्ज हत्या के मामले में वांछित था और प्रतिद्वंद्वी गिरोह मंजीत महल के रोशन छोटा का सहयोगी है. पता चला कि वह द्वारका सेक्टर-9, दिल्ली के इलाके में कहीं छिपा हुआ है. इसके बाद रोड नंबर 205, सीएनजी पंप के पास, सेक्टर-9, द्वारका, दिल्ली पर जाल बिछाया गया और आरोपी को छापेमारी दल ने पीछा करने के बाद हाथापाई के बाद पकड़ लिया.
टारगेट प्रोटेक्शन मनी देने से इनकार करने पर फायरिंग करता था दीपकः उन्होंने खुलासा किया कि आरोपी दीपक उर्फ दाउद और शेखर उर्फ सोनू ने गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू के कहने पर उत्तम नगर, नजफगढ़ के इलाके में प्रॉपर्टी डीलरों, दुकानों/शोरूम के मालिकों, ज्वैलर्स और व्यापारियों के कार्यालयों की रेकी करता था और रंगदारी वसूलता था. अगर कोई टारगेट प्रोटेक्शन मनी देने से इनकार करता था तो फायरिंग कर उसे धमकाता था.
रेकी करने की जिम्मेदारी शेखर कीः पूछताछ में पता चला कि मंडोली जेल में बंद आरोपी सचिन छिकारा ने शेखर उर्फ सोनू को ओल्ड कोर्ट, बहादुरगढ़, हरियाणा के पास कुछ रुपये इकट्ठा करने का निर्देश दिया था, जहां कपिल सांगवान उर्फ नंदू के निर्देश पर एक्स नाम का एक शख्स पहले से मौजूद था, जिसने धन उगाही के मकसद से द्वारका और उत्तम नगर क्षेत्र में एक रेस्तरां और प्रॉपर्टी डीलरों की अन्य दुकानों/स्टोरों/कार्यालयों की रेकी करने के लिए शेखर उर्फ सोनू को नकदी सौंपी थी.
आरोपी दीपक उर्फ दाऊद, गैंगस्टर परमजीत बादली गांव के जरिये कपिल सांगवान उर्फ नंदू के संपर्क में आया था जोकि नंदू गैंग का करीबी है. 2018 में, आरोपी दीपक उर्फ दाऊद को पुलिस स्टेशन लाइनपार, बहादुरगढ़, हरियाणा के आर्म्स एक्ट मामले में गिरफ्तार किया गया था, जहां उसकी मुलाकात गैंगस्टर सचिन छिकारा से हुई थी, जो नंदू गिरोह का प्रमुख सदस्य है. जमानत पर बाहर आने के बाद, उसने नंदू के निर्देश पर शूटर विकास उर्फ पीके और रोहित डागर के साथ मिलकर नजफगढ़ में अपने प्रतिद्वंद्वी रोशन उर्फ छोटा को गोली मार दी थी.
हरियाणा-दिल्ली में था टेररः आरोपी शेखर उर्फ सोनू को हरियाणा के गांव गडोली में हरियाणा पुलिस पर फायरिंग के मामले में 2018 में गिरफ्तार किया गया था. 2021 में उसने अपने साथी के साथ मिलकर भापड़ौदा, झज्जर से एक स्विफ्ट कार लूटी थी. उसके बाद वह गैंगस्टर ज्योति उर्फ बाबा के संपर्क में आया और उसे दिल्ली के थाना बिंदापुर इलाके में एक स्टोर पर गोलीबारी करने का निर्देश दिया गया और कुछ समय बाद शेखर को इस मामले में स्पेशल सेल, दिल्ली की एक टीम ने गिरफ्तार कर लिया और वह लगभग डेढ़ वर्ष तक जेल में ही रहा. जमानत पर बाहर आने के बाद वह साहिल उर्फ पोली के माध्यम से कपिल सांगवान उर्फ नंदू के संपर्क में आया. नंदू ने उसे दीपक उर्फ दाऊद से संपर्क करने का निर्देश दिया. आरोपी के खिलाफ पहले से हरियाणा और दिल्ली में हत्या, डकैती और आर्म्स एक्ट के 4 जघन्य मामले दर्ज हैं.
आरोपी सचिन छिकारा 2017 से मंडोली जेल में बंदः आरोपी सचिन छिकारा, नेताजी नगर, बहादुरगढ़ 2017 से मंडोली जेल में बंद है. वह अपने सहपाठी अमर उर्फ भोलू के माध्यम से कपिल सांगवान उर्फ नंदू से जुड़ा था. दिसंबर, 2015 में नंदू के जीजा की मंजीत महल गैंग ने हत्या कर दी थी और बदला लेने के लिए नंदू और उसके साथियों के साथ मिलकर नफे सिंह उर्फ मंत्री के घर में घुसकर मंत्री के पिता, मां और पत्नी को गोली मार दी थी, जिसमें उनकी पिता की मृत्यु हो गई और मां और पत्नी दोनों बच गये थे.
2015 में उसने अपने साथियों के साथ मिलकर गांव में धर्मेंद्र उर्फ माडू (मंत्री के सहयोगी) के भाई और पिता का शिकारपुर, नजफगढ़ में डबल मर्डर कर दिया था. बाद में 2-3 महीने बाद अपने साथियों के साथ मिलकर भूमि विवाद को लेकर राजेश, बाढड़ा गांव, भिवानी (हरियाणा) में हत्या कर दी थी. 2016 में, उसे नंदू और गुलशन खाती के साथ जयपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था और तब से वह जेल में बंद है. आरोपी व्यक्ति पहले भी हरियाणा और दिल्ली में हत्या, मकोका, हत्या का प्रयास, डकैती और आर्म्स एक्ट के 22 जघन्य मामलों में शामिल रहा है. मौजूदा मामले में आगे की पूछताछ जारी है.
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