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औरैया में सपा कार्यकर्ताओं का शक्ति प्रदर्शन, दो पुलिस अधिकारियों पर गिरी गाज, एसपी ने किया सस्पेंड

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Mar 3, 2024, 11:01 PM IST

Auraiya औरैया में सपा कार्यकर्ताओं (SP workers) को बिना अनुमति के सड़क पर उतरकर शक्ति प्रदर्शन(Power performance) करना महंगा पड़ गया. रैली सपा ने निकाली लेकिन मामला दबाने के आरोप में दो पुलिस अधिकारियों पर गाज गिर गई.

Action on holding rally without permission
बिना अनुमति रैली निकालने पर एक्शन
सपा के रैली निकालने में नप गए दो पुलिस अधिकारी

औरैया: यूपी के औरैया जिले में धारा 144 लागू होने के बाद भी बिना अनुमति के शनिवार को सपा कार्यकर्ताओं की ओर से निकाली गई वाहन रैली को लेकर एसपी चारू निगम एक्शन मोड पर आ गई हैं. नियमों का उल्लंघन कर निकाली गई वाहन रैली को लेकर उच्चाधिकारियों को जानकारी न देने के चलते एसपी ने सदर कोतवाल और एलआईयू इंस्पेक्टर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच के लिए शासन को पत्र लिखने की बात कही है.

धारा 144 का खुला उल्लंघन: दरअसल शनिवार को समाजवादी पार्टी के जिला महासचिव ओमप्रकाश ओझा ने गौरव यादव को समाजवादी पार्टी के युवजन सभा के जिलाध्यक्ष मनोनीत होने के उपलक्ष्य में एक बैठक का आयोजन किया था. आरोप है कि, बैठक से पूर्व युवजन सभा के जिलाध्यक्ष गौरव यादव ने अपने समर्थकों के साथ शक्ति प्रदर्शन कर सड़क पर यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए रैली निकाली थी. जिसका वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो पर संज्ञान लेते हुए एसपी चारू निगम ने सदर कोतवाल प्रभारी पंकज मिश्रा और एलआईयू इंस्पेक्टर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और विभागीय कार्रवाई के लिए पत्राचार भी लिख दिया. इसके साथ ही रैली निकालने वाले 10 लोगों और 4 वाहनों की पहचान कर हिरासत में लिया है.

अब तक हिरासत में सात लोग और चार वाहन भी जब्त: एसपी चारू निगम ने बताया कि, समाजवादी पार्टी के जिला महासचिव ओम प्रकाश ओझा की ओर से शहर में एक बैठक को लेकर अनुमति ली गई थी. वहीं शनिवार को इस बैठक से पूर्व सपा कार्यकर्ताओं ने शक्ति प्रदर्शन करने के लिए हाईवे से लेकर शहर के प्रमुख भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में वाहनों से नारेबाजी करते हुए रैली निकाल दी. आरोप है कि इस दौरान रैली में शामिल लोगों ने धारा-144 का खुलेआम उल्लंघन किया. पूरे मामले को शनिवार को दबा दिया गया. इस प्रकरण में एक रील के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस के उच्चाधिकारी हरकत में आए. कई वाहनों के एक साथ निकले काफिले और नारेबाजी का मामला प्रकाश में आया. जिसपर एसपी ने सख्त रूख अपनाया. रविवार शाम तक सात लोग हिरासत में लिए जा चुके थे. वहीं काफिले में शामिल रहे चार वाहनों को कोतवाली पहुंचा दिया गया है.

ये भी पढ़ेंःRO-ARO भर्ती परीक्षा रद्द होने के एक दिन बाद बड़ा एक्शन; आयोग से हटाए गए परीक्षा नियंत्रक अजय तिवारी

सपा के रैली निकालने में नप गए दो पुलिस अधिकारी

औरैया: यूपी के औरैया जिले में धारा 144 लागू होने के बाद भी बिना अनुमति के शनिवार को सपा कार्यकर्ताओं की ओर से निकाली गई वाहन रैली को लेकर एसपी चारू निगम एक्शन मोड पर आ गई हैं. नियमों का उल्लंघन कर निकाली गई वाहन रैली को लेकर उच्चाधिकारियों को जानकारी न देने के चलते एसपी ने सदर कोतवाल और एलआईयू इंस्पेक्टर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच के लिए शासन को पत्र लिखने की बात कही है.

धारा 144 का खुला उल्लंघन: दरअसल शनिवार को समाजवादी पार्टी के जिला महासचिव ओमप्रकाश ओझा ने गौरव यादव को समाजवादी पार्टी के युवजन सभा के जिलाध्यक्ष मनोनीत होने के उपलक्ष्य में एक बैठक का आयोजन किया था. आरोप है कि, बैठक से पूर्व युवजन सभा के जिलाध्यक्ष गौरव यादव ने अपने समर्थकों के साथ शक्ति प्रदर्शन कर सड़क पर यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए रैली निकाली थी. जिसका वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो पर संज्ञान लेते हुए एसपी चारू निगम ने सदर कोतवाल प्रभारी पंकज मिश्रा और एलआईयू इंस्पेक्टर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और विभागीय कार्रवाई के लिए पत्राचार भी लिख दिया. इसके साथ ही रैली निकालने वाले 10 लोगों और 4 वाहनों की पहचान कर हिरासत में लिया है.

अब तक हिरासत में सात लोग और चार वाहन भी जब्त: एसपी चारू निगम ने बताया कि, समाजवादी पार्टी के जिला महासचिव ओम प्रकाश ओझा की ओर से शहर में एक बैठक को लेकर अनुमति ली गई थी. वहीं शनिवार को इस बैठक से पूर्व सपा कार्यकर्ताओं ने शक्ति प्रदर्शन करने के लिए हाईवे से लेकर शहर के प्रमुख भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में वाहनों से नारेबाजी करते हुए रैली निकाल दी. आरोप है कि इस दौरान रैली में शामिल लोगों ने धारा-144 का खुलेआम उल्लंघन किया. पूरे मामले को शनिवार को दबा दिया गया. इस प्रकरण में एक रील के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस के उच्चाधिकारी हरकत में आए. कई वाहनों के एक साथ निकले काफिले और नारेबाजी का मामला प्रकाश में आया. जिसपर एसपी ने सख्त रूख अपनाया. रविवार शाम तक सात लोग हिरासत में लिए जा चुके थे. वहीं काफिले में शामिल रहे चार वाहनों को कोतवाली पहुंचा दिया गया है.

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