फतेहपुर: जिले में बीते बुधवार की रात को एक न्यूज एजेंसी के लिए काम करने वाले पत्रकार दिलीप सैनी की उनके यार्ड में घुसकर हमलावरों ने हत्या कर दी थी. पुलिस ने अब तक इस हत्या से जुड़े पांच आरोपियों को हिरासत में ले लिया है. वहीं, पुलिस अन्य आरोपियों की धड़पकड़ में जुटी हुई है. दिलीप सैनी मर्डर केस में अब सूबे की सियासत गर्म हो गई है. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया है. वहीं, पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह (आईपीएस) ने भी इस घटना में दुःख व्यक्त करते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
बता दें, कि फतेहपुर के सदर कोतवाली क्षेत्र के चक बिसौली निवासी 38 वर्षीय दिलीप सैनी एक न्यूज एजेंसी के पत्रकार थे. पत्रकारिता के साथ ही दिलीप प्रापर्टी से जुड़ा काम भी करते थे. अपने गांव के पास ही उन्होंने एक यार्ड भी बना रखा था. जानकारी के मुताबिक 30 अक्टूबर की रात को जब दिलीप भिटौरा रोड स्थित अपने यार्ड में भाजपा अल्प संख्यक प्रकोष्ठ के जिला उपाध्यक्ष शाहिद, रसोइया हर्षित और अदनान के साथ थे. तभी रात करीब 12 बजे के आसपास आलोक तिवारी उसका भाई अन्नू तिवारी, विपिन पटेल, बबलू पटेल, चिक्कन, जांटी, अंकित तिवारी, सुभाष पांडेय, लेखपाल सुनील राणा सहित छः अन्य लोग यार्ड पहुंचे और जबरन गेट खुलवाकर गली गलौज करते हुए ताबड़तोड़ हमला करने लगे. बीच बचाव करने पर शाहिद के ऊपर भी हमला किया.
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जानकारी के मुताबिक रसोईया हर्षित को पीटते हुए एक कमरे में बंद कर दिया. वहीं, करीब 15 लोगों द्वारा हथियार चाकू सरिया से हमला कर देखते हुए अदनान यार्ड में छिपकर सबकुछ देखता रहा. दिलीप को जिला अस्पताल से रिफर के बाद कानपुर ले जाते समय ही उन्होंने रास्ते में दम तोड़ दिया.
वहीं कानपुर के एक निजी अस्पताल में शाहिद भर्ती है. बताया जा रहा है, कि जिला अस्पताल से कानपुर जाते समय शाहिद ने पुलिस को अपना बयान भी दिया था. जो वायरल हो रहा है. जानकारी के मुताबिक प्रापर्टी विवाद को लेकर ही पत्रकार दिलीप सैनी की हत्या की गई है. फतेहपुर में हुई पत्रकार दिलीप सैनी की हत्या के बाद सूबे की सियासत गर्म होते दिखाई पड़ रही है.
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा है, कि "कौन जाने ये सरकार है या गुनाह में हिस्सेदार है. उप्र में अतिभ्रष्ट शासन के चिराग के नीचे भ्रष्ट प्रशासन का अंधेरा नहीं, अंधेरगर्दी है. फतेहपुर में ANI के एक पत्रकार की चाकू-गोली मारकर की गयी ‘हत्या’, यूपी को भाजपा के शासनकाल में अंधेरनगरी बनाने में एक और काले अध्याय के रूप में जुड़ गयी है.
वहीं यूपी के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह(आईपीएस) ने भी एक्स में पोस्ट करते हुए घटना में दुःख व्यक्त करते हुए प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है. और सरकार से शांति व्यवस्था कायम करने के लिए आग्रह किया है. पत्रकार संगठनों व समाजसेवियों ने कल गुरुवार को रात 8 बजे शांतिपूर्ण बकैंडिल मार्च निकालकर पत्रकार दिलीप सैनी को आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.
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