लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के गढ़ कहे जाने वाले कौशांबी में साइकिल चलाकर संसद पहुंचने वाले 25 वर्षीय पुष्पेंद्र सरोज ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. पुष्पेंद्र सरोज लंदन से पढ़ाई करके कौशांबी आये थे. उन्होंने पिता इंद्रजीत सरोज की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया. पुष्पेंद्र सरोज ने लोकसभा चुनाव लड़ा और भारतीय जनता पार्टी के दो बार के सांसद वरिष्ठ नेता विनोद सोनकर को चुनाव में पराजित कर दिया.
सपा सांसद पुष्पेंद्र सरोज ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा, कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की बैठक का एजेंडा बहुत स्पष्ट था, कि आने वाले समय में हमें किस प्रकार से मजबूती के साथ अपनी बात रखनी है. अपने लोगों के स्वाभिमान को संसद भवन में रखना है. उत्तर प्रदेश की जनता की बात मजबूती के साथ रखनी है, उसको लेकर ही चर्चा हुई है. जनता की समस्याओं को हम सड़क से लेकर सदन तक उठाने का काम करेंगे. ऐसे तमाम विषयों पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हम सभी को मार्गदर्शन देने का काम किया है.
समाजवादी पार्टी के नवनिर्वाचित सांसद पुष्पेंद्र सरोज ने कहा, कि जिस तरीके से उत्तर प्रदेश की जनता ने बदलाव के लिए मतदान किया है और मुद्दों पर वोट किया है, तो हम उसी अनुसार उनके मुद्दों को उठाने का काम करेंगे.
सपा सांसद पुष्पेंद्र सरोज ने कहा, कि महंगाई बेरोजगारी बड़ा मुद्दा रहा है. पेपर लीक बड़ा मुद्दा रहा है. यही मुद्दे लेकर हम जनता के बीच रहे हैं और जनता ने इन्हीं मुद्दों पर हम लोगों को वोट किया है. राजा भैया का साथ मिलने के सवाल पर पुष्पेंद्र सरोज ने कहा, कि मैं राजा भैया का धन्यवाद देना चाहता हूं. चुनाव में जन सत्ता दल का कैंडिडेट नहीं आया था. हम उनके बीच में वोट मांगने गए थे. उन्होंने हमें आशीर्वाद देने का काम किया है. इस आशीर्वाद के दम पर ही हम लोगों ने भाजपा को हराने का काम किया है.
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