सोनीपत: करनाल एसटीएफ की टीम ने शराब तस्कर और मोस्ट वांटेड आरोपी भूपेंद्र ठेकेदार को गिरफ्तार किया है. भूपेंद्र पर पुलिस ने पांच हजार रुपये इनाम घोषित किया था. भूपेंद्र सोनीपत के सिसाना गांव का रहने वाला है. जिस पर हरियाणा सहित आसपास के कई राज्यों में भी विभिन्न मामले दर्ज हैं. आरोपी को गन्नौर क्राइम यूनिट की टीम ने न्यायलाय में पेश कर सात दिन की रिमांड पर लिया है, ताकि उससे पूछताछ की जा सके.
शराब तस्कर भूपेंद्र गिरफ्तार: करनाल एसटीएफ की टीम ने चंडीगढ़ में मंदिर के पास से आरोपी भूपेंद्र को काबू किया. भूपेंद्र पर कोरोना महामारी के दौरान हरियाणा राज्य में बड़ी मात्रा में शराब की तस्करी के आरोप हैं. बीते वर्ष पिपली गांव के पूर्व सरपंच रामनिवास पर हुए जानलेवा हमले में भी उसका व उसके भाई का नाम आया था. अकेले सोनीपत जिले में ही भूपेंद्र पर 15 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें से वो कई मामलों में फरार चल रहा था.
सात दिन की पुलिस रिमांड: करनाल एसटीएफ की इस कार्रवाई को बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है. सोनीपत पुलिस ने बीते वर्ष तस्कर भूपेंद्र पर पांच हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. गन्नौर क्राइम यूनिट प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि उन्होंने आरोपी भूपेंद्र को न्यायालय में पेश कर सात दिन के रिमांड पर लिया गया है, ताकि मामले में पूछताछ की जा सके.
क्या है शराब घोटाला? सोनीपत के खरखौदा में एक गोदाम से लॉकडाउन के दौरान लाखों रुपये की शराब गायब हुई थी. इस गोदाम में करीब 14 मामलों में पुलिस द्वारा जब्त की गई शराब रखी गई थी, लेकिन मुकदमों के तहत सील करके रखी गई शराब में से 5500 पेटियां लॉकडाउन के दौरान ही गायब हो गई. इस गोदाम में पुलिस ने सीज की हुई शराब भी रखी थी. भूपेंद्र इस गोदाम का ठेकेदार था.
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