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खुल गए सोमेश्वर देवता मंदिर के कपाट, विशेष पूजा शुरू, जुटे 12 गांवों के लोग - Sameshwar Devta Opening Date - SAMESHWAR DEVTA OPENING DATE

Someshwar Devta Temple Door Opening Date उत्तरकाशी में मां यमुना के मायका कहे जाने वाले खरसाली में सोमेश्वर देवता आराध्य देव के रूप में पूजे जाते हैं. गीठ पट्टी के 12 गांवों के ग्रामीण अपना आराध्य देवता मानते हैं. शीतकाल में मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं. जो ग्रीष्मकाल में खोल दिए जाते हैं. इस बार भी बैसाखी पर सोमेश्वर देवता के मंदिर के कपाट खोले गए.

Sameshwar Devta
सोमेश्वर देवता
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Apr 12, 2024, 7:08 PM IST

Updated : Apr 13, 2024, 6:19 AM IST

उत्तरकाशी: यमुना घाटी के गीठ पट्टी के 12 गांवों के आराध्य देव सोमेश्वर (समेश्वर) देवता के मंदिर के कपाट बैसाखी पर आज सुबह 6 बजे खोल दिए गए हैं. ऐसे में श्रद्धालु आगामी 6 महीने तक खरसाली में सोमेश्वर देवता के दर्शन कर सकेंगे. सोमेश्वर देवता का मंदिर मां यमुना के शीतकालीन प्रवास खरसाली गांव में है, जहां पर कपाट खोलने के लिए परंपराओं के अनुसार बैसाखी से एक दिन पहले विशेष पूजा शुरू हो गई थी.

यमुनोत्री धाम से सटे गीठ पट्टी के खरसाली समेत बनास, पिंडकी, मदेश, निसणी, दुर्बिल, कुठार, दागुणगांव, बाडिया, राना, कुपड़ा, त्रिखली-कुनसाला के 12 गांवों में सोमेश्वर देवता आराध्य देव के रूप में पूजे जाते हैं. सोमेश्वर देवता का मंदिर यमुना के शीतकालीन प्रवास खरसाली गांव में हैं. शनिवार यानी 13 अप्रैल को बैसाखी पर्व पर सोमेश्वर देवता के कपाट 6 महीने के लिए विधि विधान के साथ खोले गए.

Someshwar Devta
सोमेश्वर देवता का मंदिर

यमुनोत्री धाम के पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल ने बताया कि बैसाखी के अवसर पर सुबह 6 बजे सोमेश्वर देवता के मंदिर के कपाट खोलने और विशेष पूजा अर्चना के बारे में बताया. यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद सोमेश्वर देवता भी 6 महीने के विश्राम पर चले जाते हैं. इसलिए शीतकाल में उनके मंदिर के कपाट भी बंद रहते हैं.

Someshwar Devta
सोमेश्वर देवता

शुक्रवार को कपाट खोलने की प्रक्रिया के तहत मंदिर में विशेष पूजा अर्चना शुरू हो गई थी. जिसके तहत उनका अभिषेक कर सिंहासन पर विराजमान कर दिया गया. शनिवार यानी आज सुबह श्रद्धालुओं ने सोमेश्वर देवता के दर्शन किए. अपने आराध्य देवता के दर्शन के लिए गीठ पट्टी के 12 गांव के लोग शुक्रवार सुबह से ही खरसाली में जुटने शुरू हो गए थे.

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उत्तरकाशी: यमुना घाटी के गीठ पट्टी के 12 गांवों के आराध्य देव सोमेश्वर (समेश्वर) देवता के मंदिर के कपाट बैसाखी पर आज सुबह 6 बजे खोल दिए गए हैं. ऐसे में श्रद्धालु आगामी 6 महीने तक खरसाली में सोमेश्वर देवता के दर्शन कर सकेंगे. सोमेश्वर देवता का मंदिर मां यमुना के शीतकालीन प्रवास खरसाली गांव में है, जहां पर कपाट खोलने के लिए परंपराओं के अनुसार बैसाखी से एक दिन पहले विशेष पूजा शुरू हो गई थी.

यमुनोत्री धाम से सटे गीठ पट्टी के खरसाली समेत बनास, पिंडकी, मदेश, निसणी, दुर्बिल, कुठार, दागुणगांव, बाडिया, राना, कुपड़ा, त्रिखली-कुनसाला के 12 गांवों में सोमेश्वर देवता आराध्य देव के रूप में पूजे जाते हैं. सोमेश्वर देवता का मंदिर यमुना के शीतकालीन प्रवास खरसाली गांव में हैं. शनिवार यानी 13 अप्रैल को बैसाखी पर्व पर सोमेश्वर देवता के कपाट 6 महीने के लिए विधि विधान के साथ खोले गए.

Someshwar Devta
सोमेश्वर देवता का मंदिर

यमुनोत्री धाम के पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल ने बताया कि बैसाखी के अवसर पर सुबह 6 बजे सोमेश्वर देवता के मंदिर के कपाट खोलने और विशेष पूजा अर्चना के बारे में बताया. यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद सोमेश्वर देवता भी 6 महीने के विश्राम पर चले जाते हैं. इसलिए शीतकाल में उनके मंदिर के कपाट भी बंद रहते हैं.

Someshwar Devta
सोमेश्वर देवता

शुक्रवार को कपाट खोलने की प्रक्रिया के तहत मंदिर में विशेष पूजा अर्चना शुरू हो गई थी. जिसके तहत उनका अभिषेक कर सिंहासन पर विराजमान कर दिया गया. शनिवार यानी आज सुबह श्रद्धालुओं ने सोमेश्वर देवता के दर्शन किए. अपने आराध्य देवता के दर्शन के लिए गीठ पट्टी के 12 गांव के लोग शुक्रवार सुबह से ही खरसाली में जुटने शुरू हो गए थे.

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Last Updated : Apr 13, 2024, 6:19 AM IST
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