सोलन: हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में 2 फरवरी को बद्दी स्थित एनआर अरोमा परफ्यूम फैक्ट्री में हुए अग्निकांड में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है. 2 फरवरी से लगातार प्रशासन द्वारा फैक्ट्री में लापता लोगों की तलाशी के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा था, जिसे आज आखिरकार प्रशासन ने बंद कर दिया है. प्रशासन ने सभी शव बरामद कर लिए हैं. वहीं, फैक्ट्री के अंदर शव के अवशेष को सर्च किया जा रहा है.
मामले में डीसी सोलन मनमोहन शर्मा ने जानकारी दी. उन्होंने कहा, "यहां पर लापता हुए सभी लोगों को ढूंढ लिया गया है. उनके डीएनए टेस्ट करवाने के बाद उनके शवों को परिजनों को सौंप दिया गया है. वही, सरकार की ओर से जो सहायता राशि लोगों को दी जानी थी, उसको लेकर भी कार्य किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बीते रविवार को यहां पर दो लोगों के शरीर के अवशेष बरामद हुए थे, लेकिन जांच के दौरान पता लगा कि यह चार लोगों के शव हैं. चारों ही शव महिलाओं के थे. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के बाद इनके डीएनए टेस्ट भी करवाए गए और अब सभी लोगों की पहचान हो चुकी है. अब इसकी रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी".
उन्होंने कहा प्रशासन की ओर से रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया गया है. अभी भी एनडीआरएफ और टीआरएफ के जवान यहां पर सर्च कर रहे हैं और लोगों के जो शरीर के अन्य बच्चे हुए हिस्से हैं. उन्हें भी बाहर निकालने के लिए कार्य किया जा रहा है. वहीं, पुलिस यहां पर अभी भी सामान हटा रही है. इसमें कुछ और मिलने की संभावना पुलिस द्वारा जताई जा रही है.
बता दें कि 2 फरवरी को फैक्ट्री में आग लगने के बाद सबसे पहले जो महिला छत से कूदी थी. उसकी पीजीआई में इलाज के दौरान मौत हो. उसके बाद फैक्ट्री से 3 फरवरी को 4 शवों को निकाला गया. वहीं, 11 फरवरी रविवार के दिन यहां प्रशासन की ओर 4 शव बाहर निकाले गए. अब तक 8 मृतक महिलाओं की पहचान इस घटना में हो चुकी है. वहीं, चंबा निवासी चंपों देवी की पहचान अभी नहीं हो पाई है. ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि जो शव जुन्गा डीएनए टेस्ट के लिए भेजा गया है. रिपोर्ट आने पर सव की पहचान हो सकती है.
फिलहाल प्रशासन जिसमें डीएनए रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है. वहीं, प्रशासन द्वारा यहां पर फैक्ट्री के अंदर से केमिकल के सभी ड्रम निकाल लिए गए हैं. फैक्ट्री में लोक निर्माण विभाग, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार सर्च अभियान कर रही है. वहीं, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को आशंका है कि तीसरी मंजिल में और कंकाल भी मिल सकते हैं. इसके लिए लोहे के शेड को हटाने के बाद ईंटो को भी हटाया जाएगा.
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