मुजफ्फरपुरः बिहार के मुजफ्फरपुर में बाबा गरीबनाथ मंदिर में जलाभिषेक करने आए एक कांवरिया को सांप ने डस लिया. इसका जिम्मेवार कोई और नहीं बल्कि सपेरा है. कांवरिया की पहचान वैशाली के लालगंज निवासी अरुण कुमार (32) के रूप में हुई है. अपनी पत्नी के साथ पहलेजा से गंगाजल लेकर बाइक से सफर तरकर बाबा गरीबनाथ को जल चढ़ाने के लिए आया था.
सपेरा ने सिर पर रख दिया सांपः घटना के बारे में अरुण कुमार की पत्नी ने बताया कि दोनों जलाभिषेक कर मंदिर से बाहर निकले थे. इसी दौरान बाहर बैठा सपेरा ने उसके पति के माथे पर गेहुअन सांप रख दिया. कहा कि 'नाग देवता का आशीर्वाद लीजिए'. तभी सांप युवक के माथे और गर्दन से लिपट गया और उसके कान में डस लिया.
मंदिर परिसर में अफरा-तफरी का माहौलः सांप डसते ही मंदिर परिसर में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. पत्नी जोर जोर से पति की जान बचाने के लिए चिल्लाने लगी. आनन-फानन में युवक को माखन साह चौक स्थित सरकारी शिविर में भेजा गया. स्वास्थ्य कर्मी ने बेटाडीन दवा लगा दी और एक इंजेक्शन देकर सदर अस्पताल जाने को कहा.
4 घंटे तक इलाज के बाद बची जानः पुलिस एंबुलेंस बुलाने की बात कहती रही लेकिन काफी देर बाद भी गाड़ी नहीं आई. तभी चौक पर खड़े अमृतसर के रहने वाले अवतार सिंह लाडा ने दंपती को उनकी ही बाइक से भगवानपुर स्थित प्रभात तारा अस्पताल पहुंचाया. प्रभात तारा अस्पताल में 4 घंटे तक इलाज चला इसके बाद अरुण कुमार की जान बची.
पुलिस ने सपेरा को पकड़ाः इधर, घटना के बाद पुलिस सपेरा को पकड़कर थाने ले गई. नगर थानेदार शरत कुमार ने बताया कि सर्पदंश से पीड़ित व्यक्ति इलाज के बाद ठीक हो गए. अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उनसे बात की गई और उन्होंने केस दर्ज कराने से इंकार कर दिया है. इसके बाद मुचलके पर सपेरा को मुक्त किया गया है.
"जिस कांवरिया को सांप ने डसा वह वे बिलकुल ठीक हैं. उनसे बात हुई है. उन्होंने केस दर्ज कराने से इंकार कर दिया है. इसके बाद सपेरा से शपथ पत्र लेकर उसे छोड़ दिया गया है. आगे से मंदिर परिसर में सापं लेकर नहीं आने की हिदायत दी गयी है." -शरत कुमार, नगर थानाध्यक्ष
आस्था के नाम पर खिलवाड़: वन्य जीव प्राणी के प्रदर्शन पर रोक के बावजूद सपेरा आस्था के नाम श्रद्धालुओं के साथ खिलवाड़ करता है. अगर अरुण कुमार की मौत हो जाती तो इसका जिम्मेवार कौन होता? सवान के महीने में शिव मंदिरों के सामने सपेरों की संख्या बढ़ जाती है. श्रद्धालुओं को नाग देवता का दर्शन करने का दबाव बनाते हैं. सांप को गले में लपेट दिया जाता है. श्रद्धालु डर से पहले ही पैसे दे देते हैं. इस मामले में डीएफओ ने बताया कि इन सपेरों पर रोक लगायी जाएगी.
"वन्य जीव प्राणी का अवैध व्यापार या गलत उपयोग पर कार्रवाई का प्रावधान है. ऐसे जीव को मुक्त करा प्राकृतिक अधिवास में छोड़ा जाता है. विभाग की टीम सपेरों के खिलाफ अभियान चलाकर पकड़ेगी. उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी." -भरत चिंतापल्ली, डीएफओ
कितना खतरनाक होता है गेहुअन सांप? गेहुअन सांप को देसी नाग भी कहा जाता है. आमतौर पर खेतों में पाया जाता है. खासकर गेंहू की फसल के समय खेतों में रहता है. यह भूरे रंग का होता है और अति विषैला माना जाता है. इसके काटने के बाद ज्यादातर लोगों की मौत हो जाती है. अगर समय से इलाज उपलब्ध हो जाए तो जान बच जाती है. यह सांप आमतौर पर बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब आदि राज्यों में पाया जाता है.
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